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सदन में विधानसभा अध्यक्ष से राजेंद्र राठौड़ की अपील- इन बंदों को अपना मानो

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राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़

The Angle

जयपुर।

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत आज विपक्ष की नारेबाजी के साथ हुई। जैसे ही अध्यक्ष सीपी जोशी सदन में आए तो बीजेपी विधायकों ने ‘हमारे अधिकारों की रक्षा करो’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ अपने स्थान पर खड़े हुए। उन्होंने सोमवार को हुए घटनाक्रम पर खेद जताते हुए कहा कि आसन का सम्मान करना हमारा कर्त्तव्य भी है और ये संसदीय लोकतंत्र की परंपरा भी है, एक तरह से आवश्यकता भी है। पर कई बार सदस्यों को जब सदन में बोलने का मौका नहीं मिलता, तो उत्तेजना में इस तरह की बातें हो जाती हैं।

आसन से बोले राठौड़- थोड़ी नजर-ए-इनायत इधर भी होनी चाहिए

लेकिन बाद में जब उपनेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण को कोट करना चाहा तो इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें टोक दिया। इसके बाद उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष महोदय ये आसन उदार है और ऐसी उदारता थोड़ी इधर भी होनी चाहिए, ये नजर-ए-इनायत थोड़ी इधर भी होनी चाहिए। गुस्सा छोड़ो, कहा तो मानो, इन बंदों को अपना मानो, इसलिए अध्यक्ष महोदय मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि सदन चले हम चाहते हैं और सदस्य ने जो बात कही अन्य किसी प्रस्ताव के माध्यम से अगर आप अनुमति देंगे तो हम उस बात को आगे उठाएंगे और मेरी मान्यता है कि संसदीय कार्यमंत्री आपका कर्त्तव्य सदन को चलाने में है, गतिरोध पैदा करने में नहीं।

उपनेता प्रतिपक्ष ने देवनानी के व्यवहार के लिए आसन से मांगी माफी

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सदन में कहा कि आप ही हमारे संरक्षणदाता हैं, हम जाएं तो जाएं कहां। इस पर स्पीकर ने फिर से उन्हें टोकते हुए कहा कि आप स्पष्ट तौर पर कहें कि आपको अपने सदस्य के व्यवहार के लिए खेद है या नहीं। इसपर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सदस्य का व्यवहार था उसे उचित नहीं कहा जा सकता। इस तरह की पुनरावृत्ति भविष्य में नहीं हो इसका प्रयास रहेगा। स्पीकर ने फिर से कहा कि- सदन से गलत परंपरा नहीं जानी चाहिए। राजेंद्र राठौड़ ने कहा- आसन अगर किसी बात से आहत हुआ है तो हम क्षमा याचना करते हैं, भविष्य में ऐसा नहीं होगा। इसके बाद सदन में विपक्ष के साथ विधानसभा अध्यक्ष का गतिरोध खत्म हुआ और सदन की कार्यवाही शुरू की गई।

डोटासरा ने राजस्थानी कहावत से दिया जवाब

वहीं विधानसभा में जाने से पहले पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत की। देवनानी के सदन से निलंबन को लेकर किए सवाल का जवाब डोटासरा ने एक राजस्थानी कहावत के जरिए दिया। उन्होंने कहा- काकड़ी के चोर को मुक्की से मारा जाता है, तलवार से सिर नहीं काटा जाता। देवनानी ने सदन में जितनी गुस्ताखी की उतनी सजा उनको मिल गई। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के जयपुर दौरे को लेकर डोटासरा ने कहा कि नड्डा बीजेपी का रायता समेटने आए थे, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो सके। जेपी नड्डा ने प्रदेश बीजेपी में एकजुटता दिखाने की कोशिश की, लेकिन इनके नेता आपस में ही झगड़ रहे हैं। एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने की कोशिश में हैं।

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