The Angle
जयपुर।
हिंदू धर्म में अगाध श्रद्धा और भगवान शिव की भक्ति का पर्व महाशिवरात्रि आज पूरे देश-प्रदेश में भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यपाल कलराज मिश्र सहित तमाम नेताओं ने सभी शिवभक्तों को शुभकामनाएं दी हैं और सभी के लिए मंगल कामना की है।
101 साल बाद बना है शिव-सिद्ध योग
आज सुबह से ही प्रदेश के मंदिरों और शिवालयों में दर्शनों की भीड़ उमड़ने लगी। वहीं छोटी काशी के नाम से मशहूर जयपुर भी शिवभक्त जय शिव शंकर और बम-बम भोले के जयकारे लगाते नजर आए। हालांकि कोरोना महामारी के चलते इसबार दर्शनार्थियों को कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखने को भी कहा गया है। जानकारी के मुताबिक इस बार 101 साल बाद महाशिवरात्रि पर शिव और सिद्ध योग बना है, ऐसे में इस बार महाशिवरात्रि पर्व का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है।
महाशिवरात्रि पर नहीं खुले एकलिंगेश्वर और राजराजेश्वर मंदिर के कपाट
भक्तों ने विधि-विधानपूर्वक श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना की। सुबह से ही शहर के सभी छोटे-बड़े शिवालयों में भक्त अपने आराध्य की पूजा-अर्चना के लिए कतारों में लगे नजर आए। जयपुर में ताड़केश्वर, एकलिंगेश्वर और झारखंड महादेव मंदिर में कोरोना की वजह से पाबंदी लगाई गई है। वहीं मोतीडूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर मंदिर और सिटी पैलेस स्थित राजराजेश्वर मंदिर के कपाटों को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है। यहां के पुजारियों ने ही मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। झारखंड महादेव मंदिर में भक्त सुबह 5 बजे से रात 11:55 बजे तक भोलेनाथ के दर्शन कर सकेंगे। लेकिन जलाभिषेक, फूल, माला और प्रसाद अर्पण पर पाबंदी लगाई गई है। वहीं ताड़केश्वर मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए जलाभिषेक की अनुमति दी गई है।
शाही स्नान के लिए भी की गई है विशेष व्यवस्था
इसके अलावा आज कुंभ में शाही स्नान का भी आयोजन किया गया है। स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना करवाने की पूरी तैयारी की गई है। वहीं अगर कोई श्रद्धालु एसओपी का उल्लंघन करता पाया गया तो उस पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। इसके साथ ही मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले करवाई गई अपनी RT-PCR report ऑनलाइन अपलोड करना भी अनिवार्य किया गया है। इसके बाद ही उन्हें मेले के लिए ई-पास जारी किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक आज करीब 22 लोगों द्वारा शाही स्थान करने की उम्मीद है।