The Angle
गुरूग्राम।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगन्नाथ पहाडिया का बुधवार रात कोरोना से निधन हो गया। 89 वर्ष की उम्र में पहाडिया ने गुरूग्राम के अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से आज प्रदेष में राजकीय शोक में अवकाष घोषित किया गया है। आज सरकारी कार्यालयों में अवकाष रहेगा, साथ ही राजकीय शोक में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका हुआ रहेगा। जगन्नाथ पहाडिया के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित तमाम नेताओं ने दुख जताया है।
महज 13 महिने मुख्यमंत्री रहे जगन्नाथ पहाडिया
पहाड़िया राजस्थान के एक मात्र दलित सीएम रहे थे। वह महज 13 महीने मुख्यमंत्री रहे, लेकिन इस दौरान उन्होंने प्रदेश में सम्पूर्ण शराबबंदी कर दी थी। बताया जाता है की जयपुर में एक समारोह में उन्होनें कवयित्री महादेवी वर्मा की कविताओं को लेकर टिप्पणी की थी। उसके चलते उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पडी थी। जगन्नाथ पहाड़िया संजय गांधी के काफी करीबी थे।
जगन्नाथ पहाड़िया संजय गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। ऐसा माना जाता है कि संजय गांधी से नजदीकी की वजह से ही उन्होंने राजनीति की सीढियां तेजी से चढी। कई दिग्गज नेताओं को पछाड़ कर वे राजस्थान के मुख्यमंत्री बने थे। दिल्ली के राजस्थान हाउस में हुई विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया था। इस बैठक में संजय गांधी खुद मौजूद थे।