The Angle
जयपुर।
प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद लाॅकडाउन लगा दिया गया। प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए लाॅकडाउन लगा दिया और सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। देश और प्रदेश में कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे कमी देखी जा रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई बार ओपन बैठक की। इसके बाद अब प्रदेश में अब कोरोना के मामले घटने लगे हैं। इसको देखते हुए सीएम ने अनलाॅक-3 की नई गाइडलाइन जारी की। जिसके तहत कोरोना गाइडलाइन के तहत धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत दी गई।
80 दिन बाद हुए अनलाॅक
पिछले 80 दिनों से बंद धार्मिक स्थल बीकानेर के प्रसिद्ध मां करणी माता मंदिर, कोलायत स्थित प्रसिद्ध कपिल मुनि मंदिर और जैसलमेर के रुणिचा में स्थित बाबा रामदेव मंदिर के पट भी आज खोले गए है। जिला प्रशासन ने कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित कराने के बाद मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर सुबह साढ़े पांच बजे से शाम चार बजे तक ही खुलेंगे। इस दौरान मंदिरों में घंटी बजाने के साथ ही प्रसाद और फूल माला चढ़ाने पर पाबंदी रहेगी। बीकानेर में धार्मिक स्थल खुलने से श्रद्धालुओं का उत्साह देखने को मिला।
प्रदेश के कई मंदिर खुले
प्रदेश के प्रसिद्ध रामदेव मंदिर के भी पट आज खोल दिए गए। बाबा रामदेव समाधि स्थल का द्वार 76 दिनों के लंबे समय अंतराल के पश्चात आज सुबह 5 बजे भक्तों के लिए खोला गया। प्रशासन व समाधि समिति की तरफ से सभी माकूल व्यवस्था की गई। समाधि स्थल पर प्रातः मंगला आरती के पश्चात समाधि स्थल को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया.
कोरोना गाइड लाइन की पूर्ण रूप से एक पालना हो इसके लिए समाधि समिति के पदाधिकारी विशेष रूप से जुटे हुए हैं. अलग-अलग स्थानों से आने वाले श्रद्धालु कतार बद्ध होकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा चूरू के सालासर स्थित सालासर बालाजी के पट आज आम लोगों के लिए खोल दिए गए।