राजस्थान.इस साल 17 जनवरी से शुरू हुई विवाह समारोह की धूम 13 मार्च से थम जाएगी। शादियों पर विराम लग जाएगा। 15 मार्च को मीन का मलमास लग जाएगा। इससे एक माह मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। होलाष्टक 14 मार्च से लगेगा और 15 मार्च से मीन मलमास शुरू हो जाएगा। 13 मार्च के बाद अगले एक माह तक कोई मांगलिक व शुभ कार्य नहीं हो सकेंगे। ज्योतिषाचार्य की मानें तो सूर्य जब गुरु की राशि धनु और मीन राशि में प्रवेश करता है, तब मलमास लगता है। 15 मार्च सुबह 5:45 मिनट पर सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य मीन राशि में 14 अप्रैल दोपहर लगभग 2 बजे तक रहेंगे। इसके बाद 15 अप्रैल से मांगलिक व शुभ कार्य शुरू हो सकेंगे। वहीं, 16 अप्रैल को फिर से विवाह मंडपों में रौनक शुरू हो जाएगी। 12 जुलाई को देवशयन हो जाएगा। इससे फिर चार माह तक कोई शुभ और मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। 8 नवंबर को देवउठनी एकादशी से फिर से शहनाइयां बजेंगी।