The Angle
नई दिल्ली।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 6 महीने से भी ज्यादा समय से आंदोलनरत है। इसी के तहत आज किसान दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए पहुंचे है। 26 जनवरी को दिल्ली में उग्र प्रदर्शन के बाद अब किसानों के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए आज से 9 अगस्त तक की इजाजत मिल गई है।
जंतर मंतर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि प्रदर्शन में केवल 200 किसान ही शामिल होंगे और वे जंतर मंतर पर किसान संसद लगाएंगे। टिकैत ने कहा कि हम मानसून सत्र की कार्यवाही पर भी नजर रखेंगे। वहीं किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जंतर मंतर और बाॅर्डर पर सिक्यूरिटि बढ़ा दी गई है।
वैसे तो कोरोना काल में राजनीतिक, सामाजिक समारोह की अनुमति नहीं है, लेकिन पुलिस ने इस प्रदर्शन में रोजाना 200 किसानों को शामिल होने की छूट दी है। पुलिस 200 किसानों को अपनी निगरानी में जंतर-मंतर लाएगी। किसानोें को 11 बजे से शाम पांच बजे तक प्रदर्शन की छूट मिली है। पांच बजे के बाद वह सिंघु बॉर्डर लौट जाएंगे।
जब तक कानून नहीं होंगे वापस, आंदोलन रहेगा जारी
किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार ने जो तीन कृषि कानून बनाए है वो वापिस लिए जाए और जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाते, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। वहीं इससे पहले किसानों और सरकार के बीच कई बार बातचीत भी हो चुकी है लेकिन हर बार वार्ता विफल रही। केंद्र सरकार कृषि कानूनों में संशोधन करने को तैयार है लेकिन वापस लेने को तैयार नहीं है। वहीं किसान कानूनों की वापसी के अलावा और किसी भी बात को मानने को तैयार नहीं है।