The Angle
जयपुर।
राजस्थान में त्योहारों का अपना एक महत्व है। यहां पर लोक पर्व हो या त्योहार हर त्योहार पर प्रदेश में अलग तरीके की हरियाली छाई रहती है। सुहागिनों का पर्व तीज बुधवार को प्रदेशभर में मनाया जाएगा। पिछले दो साल से कोरोना की वजह से जयपुर में निकलने वाली तीज माता की सवारी नहीं निकल रही है। लेकिन त्योहार के प्रति लोगों में उत्साह कम नहीं हुआ है। तीज से पहले आज प्रदेशभर में सिंजारा मनाया जा रहा हैं। आज के दिन नव विवाहिता और विवाहिता के घर सिंजारा भेजा जाता है।
विवाहितों ने लगाई मेहंदी
सिंजारा के पर्व पर महिलाओं और नवविवाहिताओं ने अपने हाथ पर मेहंदी लगाई। राजधानी जयपुर में इसे खूब धूमधाम से मनाया जा रहा है। पिंकसिटी जयपुर में नवविवाहिताओं में काफी उत्साह देखा रहा है। सिंजारा उत्सव के तहत महिलाओं ने खूब श्रृंगार किया। वहीं जिन युवतियों की नई-नई शादी हुई हैं या सगाई हो चुकी है उनके पीहर से आज सिंजारा गया। जिसमें घेवर के साथ कपड़े और सुहाग की वस्तुएं दी गई। कोरोना काल में भी लोगों में तीज और सिंजारा पर्व के लिए भारी उत्साह देखा जा रहा है। बाजार घेवर की खुशबू से महक रहे हैं। खरीददारी के लिए बाजारों में भीड़ उमड़ रही है।
राजस्थान में कल मनेगी तीज
राजस्थान की राजधानी में सिंजारा के अगले दिन तीज माता की सवारी निकाली जाती है। पिछले दो साल से कोरोना की वजह से तीज माता की सवारी नहीं निकाली जा रही है। वहीं कोरोना संक्रमण के चलते इस बार भी सामूहिक और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर रोक है. इसके चलते इस साल भी सिटी पैलेस की जनानी ड्योढ़ी से तीज माता की सवारी नहीं निकलेगी.
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले साल भी तीज माता की शाही सवारी नहीं निकली थी. जयपुर की यह परंपरा रही है कि जनानी ड्योढ़ी से निकलने वाली तीज माता की सवारी के दर्शन के बाद ही महिलाएं व्रत खोलती हैं. लेकिन इस साल भी कोरोना संक्रमण के चलते तीज माता की शाही सवारी नहीं निकलेगी.प्रदेशभर में सिंजारे की धूम, कल मनाई जाएगी तीज, नहीं निकलेगी तीज की सवारी