The Angle
जयपुर।
भाई-बहनों के अटूट प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन रविवार को मनाया जाएगा। सावन पूर्णिमा को यह त्योहार देश-विदेश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार सावन पूर्णिमा के दिन भद्रा नहीं होने के चलते दिनभर बहनें भाई को राखी बांध सकती हैं। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं और उनके सुखी जीवन की कामना करती हैं। हिंदू धार्मिक मान्यताओं अनुसार सबसे पहले देवी लक्ष्मी ने राजा बली को राखी बांधकर अपना भाई बना लिया था। बाजारों में बहनें भाइयों के लिये राखी की खरीदारी करती दिखी। वहीं राखी की पूर्व संध्या पर बाजारों में राखी खरीदने वालों की भारी भीड़ नजर आई।
बाजारों में कम रही रौनक
वहीं कोरोना की वजह से बाजारों में वैसी रौनक नजर नहीं आई जो पहले आती थी। ज्योतिष के मुताबिक रक्षा बंधन पर चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे और देवगुरु बृहस्पति पहले से ही कुंभ राशि में ही विराजमान हैं. ऐसे में इन दोनों की युति गज केसरी योग बना रही है. रक्षा बंधन के दिन यह योग 474 साल बाद बन रहा है। इस बार राखी बांधने का समय सुबह 06 बजकर 15 से शाम 5 बजकर 31 बजे तक और राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 42 से शाम 4 बजकर 18 बजे तक है। वहीं राखी वाले दिन भद्रा अंत का समय 6 बजकर 15 मिनट का है।
भाई बहनों के त्योहार पर सरकार की सौगात
भाई बहनों के त्योहार रक्षाबंधन पर राजस्थान सरकार ने महिलाओं को निःषुल्क यात्रा की सौगात दी हैं। परिवहन विभाग ने राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम और जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड को आदेश जारी कर दिए हैं। रक्षाबंधन पर्व के दिन बालिकाओं और महिलाओं को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की साधारण एवं एक्सप्रेस बसों में जबकि जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की सभी तरह की बसों में निशुल्क यात्रा करने की व्यवस्था रहेगी। वहीं निशुल्क यात्रा की सुविधा राजस्थान सीमा के भीतर यात्रा करने वाली महिलाएं एवं बालिकाएं को ही मिलेगी।