देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पहले चरण में मतदान 11 अप्रैल को होगा। 18 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। सात चरणों में होने वाले मतदान के लिए तीसरे चरण की मतदान की तिथि 23 अप्रैल और चौथे की 29 अप्रैल रखी गई है। पांचवें चरण में मतदान 6 मई को और सातवें चरण के लिए मतदान 19 मई को होगा। इसी तरह छठे चरण का मतदान 12 मई को होगा। पूरे देश में एक साथ 23 मई को मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पहले चरण में 11 अप्रैल को 91 सीटों के लिए मतदान होगा दूसरे चरण में 97 सीटों पर 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे इसी तरह तीसरे चरण में देश की 115 सीटों पर वोटिंग होगी।चौथे चरण में 71 और पांचवें चरण में 51 व छठे चरण में 59 और सातवें चरण में भी देश की 59 सीटों पर मतदान होगा।
राजस्थान में दो चरणों में चुनाव
राजस्थान में दो चरणों में चुनाव होंगे। 29 अप्रैल को राजस्थान की 13 सीटों पर वोटिंग होगी। राजस्थान में दूसरे चरण में 12 सीटों पर 6 मई को वोटिंग होगी। देश में चुनावों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव के दौरान रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक लाउडस्पीकर के उपयोग पर पूरी तरह बंद रहेगा।चुनाव आयोग ने दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस वार्ता कर चुनाव की तारीखों की घोषणा की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव आयोग ने इस बार तारीखों की घोषणा से पहले त्योहारों और परीक्षाओं को ध्यान में रखकर विशेष फैसले लिए हैं। इलेक्शन कमीशन ने तारीखों की घोषणा से पहले कई राज्यों का दौरा किया। चुनाव में करीब 90 करोड़ मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे। सुनील अरोड़ा ने कहा कि देश में 18 से 19 साल के करीब डेढ़ करोड़ वोटर है।भारत में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की पहली प्राथमिकता रहेगी।देश में ईवीएम के जरिए मतदान होगा।सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट का उपयोग किया जाएगा।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार 8.4करोड़ से ज्यादा नए वोटर जुड़े हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि सभी संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीआरपीएफ तैनात की जाएगी।चुनाव में इस बार भी नोटा का प्रयोग होगा।उम्मीदवारों को अपने सोशल मीडिया की भी जानकारी देनी होगी।उम्मीदवारों के सोशल साइट्स की विशेष निगरानी आयोग की ओर से की जाएगी।
सात चरणों में होंगे चुनाव
पहला चरण 11 अप्रैल
दूसरा चरण 18 अप्रैल
तीसरा चरण 23 अप्रैल
चौथा चरण 29 अप्रैल
पांचवां चरण 06 मई
छठा चरण 12 मई
सातवां चरण 19 मई
मतगणना 23 मई
प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें
-मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव का कार्यक्रम बनाते समय, परीक्षा कार्यक्रमों और त्योहारों का ध्यान भी रखा गया है।
-चुनाव में 90 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। करीब डेढ़ करोड़ वोटर 18-19 आयु वर्ग के होंगे।
-मतदाता सूची एक बार प्रकाशित होने के बाद उसमें से नाम नहीं वापस लिया जा सकेगा।
-1950 नंबर डायल कर वोटर लिस्ट संबंधित जानकारी ले सकेंगे।
– पहचान पत्र के लिए 11 विकल्प रखे गए हैं।
-10 लाख मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, 2014 में 9 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे।
-हर मतदान केंद्र पर ईवीएम के साथ वीवीपैट का भी इस्तेमाल होगा।
-ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जाएंगे। ईवीएम की जीपीएस ट्रैकिंग होगी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कुछ बदइंतजामी को देखते हुए कुछ नए दिशानिर्देश बनाए गए हैं।
-रात 10 से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा। मतदान से 48 घंटे पहले लाउडस्पीकर का इस्तेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित।
– ईवीएम पर उम्मीदवार की तस्वीर होगी।
– मतदान से 5 दिन पहले मिल सकेगी वोटर स्लिप।
– सी-विजिल एप के जरिए आम आदमी कर सकेगा आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्टिंग। 100 मिनट के भीतर संबंधित अधिकारी देंगे जवाब।
– दिव्यांगों के लिए विशेष एप की सुविधा ताकि मतदान के दिन वो परेशान न हों।
-कम्यूनिटी रेडियो के जरिए जागरुकता फैलाई जाएगी।
-चुनाव में मीडिया की सकारात्मक भूमिका। पेड न्यूज पर होगी सख्त कार्रवाई
-संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ की तैनाती।
-फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब पर राजनीतिक विज्ञापन की जानकारी रखी जाएगी।
-सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने शिकायत अधिकारी नियुक्त करने का वादा किया।
मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होगा। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी।