The Angle
जयपुर।
73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आज पीसीसी कार्यालय में झंडारोहण किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। झंडारोहण और राष्ट्रगान के बाद मीडिया से वार्ता के दौरान सीएम गहलोत ने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस बड़ा समंदर है कोई फर्क नहीं पड़ता है। जो जा रहा है उसका भी स्वागत और जो आएगा उसका भी स्वागत। पहले भी कई बड़े-बड़े नेता पार्टी छोड़ कर गए थे लेकिन उन्हें फिर पार्टी में आना पड़ा।
सीएम गहलोत बोले- केंद्र आगे आकर ले किसानों के हित में फैसला
वहीं गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की जमीन कुर्की मामले पर बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने राज्यपाल के पास विधेयक भेज रखा है। यह विधेयक अगर पास किया जाता है तो किसानों की 5 एकड़ तक की भूमि नीलाम नहीं होगी। सीएम ने राजभवन में रोडा एक्ट में बदलाव को लेकर बयान देते हुए कहा कि हमने रोडा एक्ट को लेकर नहीं कहा कि यह लंबित है। राष्ट्रीयकृत बैंकों के लोन हम कैसे माफ कर सकते हैं ? इसमें तो केंद्र सरकार को आगे आकर किसानों के हित में फैसला लेना है। केंद्र सरकार अगर वन टाइम सेटेलमेंट कराए तो हम राज्य का हिस्सा देने को तैयार हैं।
गणतंत्र दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए मुख्यमंत्री, बड़ी चौपड़ पर निभाई परंपरा
बता दें सीएम गहलोत ने अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अपने आज के कार्यक्रमों की शुरुआत की। इसके बाद वे पीसीसी में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की। इसके बाद परंपरा का निर्वहन करने मुख्यमंत्री बड़ी चौपड़ पहुंचे और यहां तिरंगा फहराने के साथ ही कांग्रेसी नेताओं-कार्यकर्ताओं को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए संबोधित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अमर जवान ज्योति पहुंचकर देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को पुष्पचक्र भेंट कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने एसएमएस स्टेडियम में हुए राज्य स्तरीय समारोह में भी शिरकत की, जहां उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र की अगवानी की। इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिवालय जाकर वहां भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया।