राजस्थान। प्रदेश में भामाशाह योजना चलेगी या नहीं, इसका संशय खत्म हो गया है। अब भामाशाह योजना केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना के तहत चलाई जाएगी। दोनों योजनाओं के प्रमुख फायदों को मिलाकर एक ही योजना को मूर्तरूप दिया जाएगा। मामले को लेकर पायलट प्रोजेक्ट के तहत टोंक जिले में इसकी स्टडी भी कराई जा रही है। यदि सब कुछ सही रहा तो आने वाले समय में दोनों योजनाओं के निचोड़ वाली योजना से करीब सवा करोड़ परिवारों को फायदा दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। यानि की भामाशाह योजना बंद भी नहीं होगी और केन्द्र की योजना शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि पिछली सरकार ने निशुल्क दवा योजना को टक्कर देने के लिए भामाशाह योजना की शुरुआत की। लेकिन अब जबकि सरकार बदल गई तो कांग्रेस ने फिर से निशुल्क दवा योजना को बढ़ावा देने के लिए काम करना शुरू कर दिया। इसके बाद से यह लगने लगा था कि आने वाले दिनों में भामाशाह योजना को जल्दी ही बंद कर दिया जाएगा। लेकिन अब जबकि केन्द्र सरकार ने आयुष्मान योजना को बढ़ावा देने की कवायद करना शुरू किया तो राज्य सरकार ने भी दोनों योजनाओं को ही मर्ज करने का विचार बनाया।