राजस्थान। पिछले साल शुरू की गई भर्तियों में 44 हजार 58 पदों पर अभी भी नियुक्तियां नहीं हो पाई है। कई भर्तियां तो ऐसी है जिनका परिणाम जारी हो गया, लेकिन नियुक्ति के लिए चयनित अभ्यर्थी कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं। एक साल बाद भी दोनों भर्ती एजेंसियों राजस्थान लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन बोर्ड की कई भर्तियां ऐसी हैं जिसमें या तो परीक्षा ही नहीं हुआ। जिनकी परीक्षा हो गई उनमें कई भर्तियां का परिणाम जारी नहीं हो पाया है। अब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से मामला एक बार फिर अटक गया है। पिछले साल सरकार ने सवा लाख से अधिक भर्तियां निकाली थी। इसमें सफाईकर्मी, कांस्टेबल भर्ती और तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती सहित कुछ भर्तियों में तो नियुक्ति मिल गई। इसके बावजूद अब भी करीब 17 बड़ी भर्तियां ऐसी है जो किसी ना किसी कारण से अटकी हुई है। इन भर्तियों में पदों की संख्या 44 हजार 58 हैं। इनमें से 15 हजार 361 पदों की भर्तियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा तो आयोजित हो गई, लेकिन अभ्यर्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। 7 हजार 821 पदों की भर्तियों का परिणाम ही जारी नहीं हुआ और 7 हजार 879 पदों की भर्तियों के लिए परिणाम तो जारी कर दिया गया, लेकिन नियुक्ति अटकी हुई है। आरएएस भर्ती-2018 की मुख्य परीक्षा और एलडीसी भर्ती-2018 की दूसरे चरण की परीक्षा होना बाकी है। दोनों में ही कुल पदों की संख्या 12 हजार 272 है। आरएएस भर्ती-2016 के चयनित तो अभी नियुक्ति के लिए ही चक्कर काट रहे हैं। इनका मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।