यूक्रेन और रुस की जंग जारी है .वही तमाम देश शांति प्रयासों के लगातार प्रयासरत है.जहां अमेरिका भारत के हर कदम की ओर नजर गढाए बैठा है वही कई और देश है जो भारत के शांति प्रयासों को बड़ी ही उम्मीद से देख रहे है .वही इस बीच अमेरिका की एक शीर्ष सांसद ने अमेरिका और रुस के बीच शांति कायम करने के प्रयासों को लेकर पीएम मोदी की प्रशंसा की है .साथ ही उम्मीद जताई है कि उनके प्रयास क्षेत्र में शांति बहाल करने में मददगार होंगे.आपको बता दे पीएम ने रुस के विदेश से भारत यात्रा के दौरान कहा था कि यूक्रेन संकट का हल करने के लिए शांति प्रयासों में किसी भी तरीके से योगदान देने के लिए तैयार है.साथ ही उन्होंने युद्धरत देश में हिंसा पर तत्काल रोक लगाने का आह्वान किया.
मोदी के लिए कही थी बड़ी बात
अब आपको बताते है कि अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य कैरोलिन मैलोनी ने अपने एक इंटरव्यू में क्या कहा था.दरअसल एक साक्षात्कार के दौरान कैरोलिन ने कहा था कि मुझे लगता है कि अभी मोदी यूक्रेन को लेकर रुस और अमेरिका के बीच शांति कायम करने की कोशिश कर रहे है.और अगर मैं निजी तौर पर इस पर बात करुं तो यह बहुत सराहनीय और सकारात्मक उद्देश्य है.उन्होंने कहा कि हमारे और भारत के बीच मजबूत आर्थिक संबंध है.हमारे मजबूत शांति संबंध है.,और हमारे एक जैसे मजबूत मूल्य है.मैं कहना चाहूंगी कि हमारी एक जैसी ही सरकार है .
शक्तिशाली पद पर है मैलोनी
अमेरिका में सदन की शक्तिशाली ओवरसाइट कमेटी की अध्यक्ष कैरोलिन मैलोनी अमेरिकी संसद में सबसे वरिष्ठ डेमोक्रेट सदस्यों में से एक है.मैलोनी कांग्रेस और उसे बाहर भारत और भारतीय अमेरिकियों की मित्र भी है.साथ ही वह दिवाली के त्योहार पर संघीय अवकाश घोषित करने और अमेरकी संसद का प्रतिष्ठित गोल्ड मेडल महात्मा गांधी को देने के दो विधेयकों को पारित कराने की कोशिशें कर रही हैं.
मोदी के प्रयास सफल होंगे
वही अब विधेयकों की बात करें तो मैलोनी एक इंटरव्यू में ये भी कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन उनके दोनों विधेयकों पर हस्ताक्षर कर देंगे.साथ ही मैलोनी ने कहा यह महत्वपूर्ण बात है कि मोदी शांति के लिए प्रयास कर रहे है.और जब तक कोशिश नही करते तब तक कामयाब नहीं होते है. साथ ही उन्होनें कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि यूक्रेन ,रुस और विश्व के बीच शांति के लिए काम कर रहे किसी भी व्यक्ति के प्रयास मददगार होंगे