The Angle
जयपुर।
10 जून को राज्यसभा चुनाव होने जा रहे है। इसके लिए राजस्थान से कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी आज नामांकन दाखिल किया। बात करें भाजपा की तो बीजेपी ने प्रदेश से घनश्याम तिवारी प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया है और सुभाष चंद्रा ने बीजेपी समर्थक के रुप में नामांकन दाखिल किया है। वहीं कांग्रेस ने राजस्थान से रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को मैदान में उतारा है। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव का घमासान काफी रोचक है। राजस्थान से पांच लोग राज्यसभा का चुनाव लड़ेंगे तो ऐसे में हर किसी की नजर उस पांचवे व्यक्ति पर है जो कांग्रेस पार्टी के किसी एक प्रत्याशी का खेल बिगाड़ सकता है।
BJP के 71 विधायक हैं। एक सीट जीतने के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए। दो उम्मीदवारों के लिए 82 वोट चाहिए। BJP समर्थक दूसरे उम्मीदवार को जीतने के लिए 11 वोट कम पड़ रहे हैं। अगर हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के 3 विधायकों का सपोर्ट BJP को मिलता है तो कुल संख्या 74 हो जाती है। फिर दूसरे उम्मीदवार के लिए 8 वोटों की कमी रहती है। कांग्रेसी खेमे में सेंध लगाकर आठ वोट का प्रबंध करने पर ही BJP का दूसरा उम्मीदवार जीत सकता है।
नामांकन के बाद होगी बाड़ाबंदी
वहीं कहा जा रहा है की कांग्रेस और भाजपा दोनों नामांकन के बाद बाड़ाबंदी भी करेंगे। भाजपा जहां 7 से 9 जून तक अपने विधायकों की बाड़ेबंदी करेगी, वहीं कहा जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से की जाने वाली बाड़ाबंदी में पार्टी के साथ ही निर्दलीय विधायक भी शामिल हो सकते हैं। इन्होंने पिछले दिनों सीएम गहलोत से सीएमआर में मुलाकात कर कांग्रेस प्रत्याशियों का समर्थन करने का भरोसा दिलाया था।