The Angle
जयपुर।
राजस्थान में एक तरफ जहां 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ही टिकट को लेकर दौड़-धूप का दौर शुरू हो चुका है, वहीं एक विधायक ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी से ये ऐलान कर दिया है कि वे अगली बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। ये हैं कोटा के सांगोद से विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भरतसिंह कुंदनपुर, जो कि ज्यादातर अपनी ही सरकार को घेरने के लिए चर्चाओं में रहते हैं। अब आगामी चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद वे फिर से सुर्खियों में हैं।
भरतसिंह ने 11 जुलाई के पत्र में लिखा- अब नहीं लड़ूंगा चुनाव
सांगोद विधायक ने अपने कार्यकर्ताओं को ओपन लैटर लिखा है, जो कि 11 जुलाई का बताया जा रहा है। इसमें भरत सिंह ने कहा है कि वे अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि कई काम सांगोद और दीगोद एरिया में करवाए, लेकिन चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड गड़ेपान में अपने क्षेत्र के युवाओं को नौकरी नहीं दिलाने का ‘कलंक’ लगा, जिसे वह स्वीकार भी करते हैं।
चंबल फर्टिलाइजर में योग्य युवाओं को नौकरी नहीं दिला सके, इस बात का मलाल
भरत सिंह ने लिखा कि 2023 के अंत में विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। उन्होंने क्षेत्र की जनता को बताया कि वे पूर्व घोषणा पर कायम रहते हुए आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने लिखा कि आप लोगों के सहयोग से सांगोद विधानसभा क्षेत्र में 3 बार विधायक रह कर विकास कार्य करवाए हैं। हालांकि उन्हें खेद है कि चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड गड़ेपान के कारखाने में स्थानीय विधायक होने के बाद भी योग्य युवकों को नौकरी नहीं दिला सके।
कोटा वाले बिरला की सिफारिश पर मिलती है नौकरी- भरत सिंह
विधायक भरत सिंह ने लिखा है कि यह कारखाना कांग्रेस के शासनकाल में केके बिरला ने लगवाया था। इस कारखाने में सभी भर्ती कोटा वाले बिरला कहने पर ही दी जाती है। ‘यह कटु सत्य है’। इसी कारण जो भी युवा नौकरी के लिए मेरे पास आशा लेकर आते हैं, वे निराश होकर लौटते हैं। युवाओं को भर्ती करने का कार्य भी बिरला से जुड़े अपात्र अधिकारी ही करते हैं। अब मैंने तय किया है कि मैं चंबल फर्टिलाइजर के गेट पर इस सच्चाई को उजागर करने के लिए धरना दूंगा। आपकी राय जानने के लिए यह पत्र आपको लिख रहा हूं, कृपया अपनी राय से अवगत कराएं।