The Angle
जयपुर।
पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर बीजेपी सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा जयपुर-आगरा रोड पर भीड़ के साथ 6 दिन से धरने पर हैं। इस आंदोलन ने जितनी कांग्रेस शासित राज्य सरकार की परेशानी बढ़ाई हुई है, उतना ही बड़ा सिरदर्द ये भाजपा नेताओं के लिए भी बनता जा रहा है। जानकारों का कहना है कि भाजपा किरोड़ी के इस धरने को लेकर इसलिए चिंतित है कि इससे पहले भाजपा प्रदेश इकाई ने जितनी भी बार धरने-प्रदर्शन किए, उनमें केवल पार्टी की अलग-अलग विंग के कार्यकर्ता शामिल थे, जबकि किरोड़ी को अपने इस आंदोलन में प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का भी समर्थन मिल रहा है। इसके बाद भाजपा नेताओं का किरोड़ी के धरने में पहुंचने का सिलसिला चल रहा है।
पेपर लीक मामले पर तेज हो रही सियासत, किरोड़ी धरने पर बैठे, पायलट ने मंच से सरकार को घेरा
बता दें किरोड़ी के धरने में अब तक उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी सहित कई नेता धरना स्थल पर जाकर समर्थन जता चुके हैं, जबकि वसुंधरा राजे जैसे नेताओं ने ट्विटर के जरिए किरोड़ी के धरने को समर्थन दिया है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो सचिन पायलट और हेमाराम चौधरी जैसे नेता जनसभाओं में अप्रत्यक्ष रूप से किरोड़ी की मांग को सपोर्ट कर चुके हैं, जबकि विधायक हरीश चंद्र मीणा हाल ही में किरोड़ी के धरने में पहुंचे थे। ये बात और है कि पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से नेताओं के किरोड़ी को समर्थन मिलने के बाद भी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने न सोशल मीडिया पर किरोड़ी को समर्थन दिया और न ही धरना स्थल पर पहुंचे। ऐसे में पार्टी में इस मुद्दे पर भी गुटबाजी की चर्चा लगातार बनी हुई है।
किरोड़ी के आंदोलन का पूर्वी राजस्थान की सीटों पर पड़ सकता है असर
सियासी जानकारों का कहना है कि इस आंदोलन का असर पूर्वी राजस्थान सहित कई जिलों की विधानसभा सीटों पर पड़ने का खतरा मंडराया हुआ है। इसीलिए कांग्रेस-बीजेपी के कई नेता इस आंदोलन में पहुंच रहे हैं। बीजेपी पूर्वी राजस्थान में कमजोर मानी जाती है और 2018 के विधानसभा चुनाव में सबसे कम सीटें इसी क्षेत्र से मिली थीं। ऐसे में जनता की आवाज उठाने में बीजेपी का किरोड़ी के सामने पिछड़ना पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग से बढ़ा कद
उधर चर्चा है कि इस धरने के जरिए किरोड़ी लाल मीणा का सियासी कद भाजपा शीर्ष नेतृत्व के सामने बढ़ा है और इसीलिए 4 फरवरी को नांगल प्यारीवास में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी के भी आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वहीं भाजपा का हर नेता इस आंदोलन में खुद को पार्टी के साथ दिखाने में लगा है। इसीलिए चुनावी साल को देखते हुए तमाम नेता किरोड़ी लाल मीणा को समर्थन देते नजर आ रहे हैं।