स्वास्थ्य निदेशालय की 10 सदस्यीय टीम ने सोमवार को मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा के नेतृत्व में जयपुर के बगरू, दूदू, सांभरलेक और नागौर के कुचामन में चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण किया और मौके पर व्यवस्थाएं सुचारू रखने के लिए निर्देश दिए।
मिशन निदेशक ने बताया कि आमजन के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चत करने के उद्देश्य से प्रदेशभर में चिकित्सा संस्थानों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को किये गये निरीक्षण के दौरान दल में मुख्य अभियंता लोकेश विजयवर्गीय, एसई सुनील सक्सेना, एसपीएम डा. जलज विजय, एसएनओ ड़ॉ. एस.एन. धौलपुरिया शामिल हैं।
बगरू चिकित्सालय में उपस्थिति दर्ज करवाने आते है डॉ.
निरीक्षण टीम को प्रातः 9 बजे बगरू सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान दो चिकित्सक, दो फार्मासिस्ट एवं दो नर्सिंग स्टाफ अनुपस्थित मिले। इन सभी चिकित्सकों को चिकित्सालय आते ही उपस्थिति दर्ज कर तत्काल रोगियों को स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान करने के निर्देश दिये गए। यहां समय पर उपस्थित नहीं होने पर आयुष चिकित्सक को एपीओ किया गया है। मिशन निदेशक ने चिकित्सालय में बंद मिली बायोमीट्रिक मशीन को तत्काल सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने यहां लैब में 36 निशुल्क जांचों के स्थान पर मात्र 16 निशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध कराए जाने को गंभीरता से लिया एवं तत्काल सभी निर्धारित जांचें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सीएचसी पर प्रसव नहीं होने पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुये मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवायें सुलभ कराने के निर्देश दिये। मिशन निदेशक ने सीएचसी सांभरलेक में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मिलने पर संतोष व्यक्त किया। उन्हें बताया गया कि यहां प्रतिदिन एक हजार से अधिक की ओपीडी एवं माह में 50 डिलीवरी कराई जा रही है। इन डिलीवरी में 8 सिजेरियन आॅपरेशन भी शामिल हैं। मिशन निदेशक ने इसके लिये प्रभारी चिकित्सक महेश कुमार वर्मा व उनकी टीम को बधाई दी है।
कुचामन में कई सरकारी चिकित्सक, अपने निजी क्लिनिको मे वयस्त
मिशन निदेशक के नेतृत्व में मुख्यालय के दल ने कुचामन सिटी पहुंच अस्पताल रोड पर चल रहे कई निजी क्लिनिकों का निरीक्षण किया। यहां कुचामन के सरकारी अस्पताल में कार्यरत कई चिकित्सक निजी क्लिनिको में काम करते मिले। मिशन निदेशक ने कहा कि सरकारी सेवा में होने के बावजूद निजी क्लिनिक चलाना नियम विरुद्ध है। उन्होंने मौके पर ही स्टेट नोडल अधिकारी डॉ.एस.एन.धौलपुरिया, पीएमओ़ डॉ. आर.एस.रत्नू एवं प्रशासनिक अधिकारी की तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कर सोमवार को ही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।