The Angle
जयपुर।
संसद के सेंट्रल हॉल में हुई NDA संसदीय दल की बैठक के दौरान एक रोचक नजारा देखने को मिला। यहां पीएम मोदी के संबोधन के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पीएम मोदी को जीत की बधाई और शुभकामनाएं दीं और उनका अभिनंदन किया। इसी कड़ी में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे और झालावाड़ से लगातार 5वीं बार सांसद चुने गए दुष्यंत सिंह भी मोदी को बधाई देने और उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। दुष्यंत सिंह ने नरेंद्र मोदी के पैर छुए तो मोदी ने भी मुस्कुराहट के साथ दुष्यंत की पीठ पर मुक्का मारा और आशीर्वाद दिया।
दुष्यंत सिंह की मोदी कैबिनेट में हो सकती है एंट्री
सोशल मीडिया पर जहां ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, वहीं मोदी कैबिनेट 3.0 में दुष्यंत को जगह मिलनी पक्की हो गई है, इस तरह की चर्चाओं से कयासों का बाजार गर्म हो गया है। माना जा रहा है कि लंबे समय के धैर्य का प्रतिफल दुष्यंत सिंह को केंद्र में मंत्री पद के रूप में मिल सकता है। वहीं दूसरी तरफ चर्चा यह भी है कि विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे को पूरी तरह साइडलाइन कर चुकी भाजपा में वसुंधरा राजे एक बार फिर मेन स्ट्रीम की राजनीति में सक्रिय नजर आ सकती हैं।
वसुंधरा राजे को साइडलाइन करना लोकसभा चुनाव में भाजपा को पड़ा भारी
इस तरह की चर्चाओं को बल मिलने की एक वजह और है। वो वजह यह है कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव में 2 बार क्लीन स्वीप करने के बावजूद इस बार भाजपा को जो महज 14 सीटें मिली हैं, उसके पीछे वसुंधरा राजे को साइडलाइन करने को भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है। खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की तरफ से भी पीएम मोदी की चुनावी सभाओं में वसुंधरा राजे को न्यौता तक नहीं दिया गया।
इसी का असर रहा कि वसुंधरा राजे ने भी खुद को अपने बेटे दुष्यंत सिंह के चुनाव प्रचार तक ही समेट कर रख लिया और वे झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र से बाहर पैर रखने तक नहीं गईं। लेकिन अब शायद भाजपा को अपनी इस भूल का अहसास हो रहा है और अगले 6 महीनों में प्रदेश की 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले वसुंधरा राजे को फिर से अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।