The Angle
जयपुर।
हाल ही में कांग्रेस पार्टी की ओर से नवनिर्वाचित सांसदों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान प्रदेश के कांग्रेस सांसदों के साथ ही पंजाब की गुरदासपुर सीट से लोकसभा सांसद चुने गए एआईसीसी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का भी सम्मान किया गया। इसी दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने नेता प्रतिपक्ष जूली को कहा कि जूली साहब आप सचिन पायलट जी की कुर्सी पर बैठ जाओ। तो पायलट ने कहा कि अब पता नहीं कौन किसकी कुर्सी पर बैठने वाला है।
सचिन पायलट ने इशारों-इशारों में कह दी अपने मन की बात
वहीं जब सचिन पायलट अपना संबोधन खत्म कर अपनी कुर्सी पर बैठने जा रहे थे, तो डोटासरा ने पायलट से कहा कि आप मेरी कुर्सी पर जाकर बैठ जाइए, इस पर सचिन पायलट ने भी मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि अध्यक्ष जी मैं आपकी कुर्सी पर नहीं बैठ सकता। इस पर डोटासरा ने कहा कि अध्यक्ष एक प्रणाली है, इसलिए बैठने में कोई बुराई नहीं है। इस पर बैठक में मौजूद सभी लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे। अब वैसे तो ये पूरी बातचीत हंसी-मजाक में ही हुई थी, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी है इशारों-इशारों में सचिन पायलट ने अपने मन की बात जाहिर कर दी है।
पीसीसी चीफ रहते कांग्रेस की सत्ता में करवाई वापसी, लेकिन नहीं बनाए गए सीएम
दरअसल सचिन पायलट 2013 में पीसीसी अध्यक्ष बनाए गए थे और उन्हीं के कार्यकाल में साल 2018 में कांग्रेस पार्टी सरकार में वापसी करने में कामयाब रही। इसके बावजूद पूरे 5 साल तक तमाम कोशिशें करने के बाद भी वे सीएम की कुर्सी हासिल नहीं कर पाए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि अब वे पीसीसी चीफ की बजाय नेता प्रतिपक्ष बनना चाहते हैं। हालांकि अभी टीकाराम जूली बखूबी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अगर भविष्य में कांग्रेस पार्टी जूली की जगह किसी अन्य नेता को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बारे में विचार करती है, तो उनमें एक दावेदार सचिन पायलट भी हो सकते हैं।