The Angle
जयपुर।
कोटा के उद्योग नगर थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर हजरत अली उर्फ गुड्डू के खिलाफ एक्शन लेते हुए कोटा सिटी पुलिस ने उसके अवैध अतिक्रमण को चिन्हित करते हुए गुरुवार को ध्वस्त करवाया है। गुरुवार सुबह 8 बजे से 10 बजे तक ये कार्रवाई हुई। पूरे मामले की मॉनीटरिंग कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन कर रहीं हैं। डॉ. दुहन का कहना है कि हजरत अली उर्फ गुड्डू के दो अतिक्रमण ध्वस्त किए गए हैं, जिनकी कीमत करीब 25 लाख रुपए है। यह 1717 गैंग का सक्रिय सदस्य है, इसके खिलाफ कुल 60 से ज्यादा मामले अब तक संगीन धाराओं में दर्ज हुए हैं।
आजीवन कारावास की सजा काट रहा हिस्ट्रीशीटर, जमानत पर है बाहर
उद्योग नगर थाना अधिकारी जितेंद्र शेखावत ने बताया कि आरोपी गुड्डू को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है, जो जमानत के बाद से ही अपनी गैंग बनाकर कोटा शहर वह पूरे हाड़ौती संभाग में सक्रिय है। इसके खिलाफ हत्या का एक और हत्या के प्रयास के 9 मामले दर्ज हैं। दुष्कर्म और दुष्कर्म के प्रयास के दो मामले दर्ज हैं। इसके अलावा लूट के 4, चौथ वसूली के तीन, नकबजनी के 9, मारपीट के तीन, अवैध हथियार के 6, पुलिस पर फायरिंग व हमला करने के 2, डकैती की तैयारी का 1, सरकारी जमीन पर कब्जा करने का एक व अवैध शराब तस्करी के दो मुकदमे शामिल हैं। यह मुकदमे कोटा शहर, ग्रामीण, बारां, झालावाड़, बूंदी सहित चित्तौड़गढ़ और महाराष्ट्र के मुंबई में भी दर्ज हैं।
दो जगहों पर ध्वस्त किया अवैध अतिक्रमण
इसको लेकर पुलिस और कोटा विकास प्राधिकरण की टीम के साथ गुरुवार सुबह गोविंद नगर अंडरपास के नजदीक पहुंची। यहां पर हजरत उर्फ गुड्डू ने अवैध रूप से दो जगह अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किए हुए थे। इन दोनों अवैध निर्माण पर पीला पंजा चलवाया गया है। एक जगह पर किराए पर देकर गुड्डू ने नॉनवेज शॉप चलवाई हुई थी। दूसरी जगह पर गोदाम व कारखाना बनाया हुआ था। पुलिस ने 2021 में राजपाशा कानून के तहत हजरत गुड्डू को गिरफ्तार भी किया था।
हिस्ट्रीशीटर हजरत उर्फ गुड्डू ने 14 साल की उम्र में की थी पहली वारदात
थाना अधिकारी जितेंद्र शेखावत ने बताया कि हजरत उर्फ गुड्डू ने 14 साल की उम्र में ही पहली वारदात को अंजाम दिया था। उस पर दर्ज डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमों में वह गवाहों को डरा धमकाकर बरी भी हो गया है। साल 2021 में कोटा सिटी पुलिस ने राजपाशा के तहत उस पर कार्रवाई की गई थी। इसके बाद वह पूरे 1 साल जेल में रहा और बाहर आते ही दोबारा अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। आरोपी हजरत गुड्डू पहले जेल में भी कार्मिकों के साथ मारपीट कर दी थी।