रायबरेली : यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से पांचवीं बार नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के बाद सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी देते हुए कहा कि 2004 मत भूलिए। उन्होंने यह भी कहा, ‘वाजपेयी भी अजेय थे लेकिन हम जीते।’ बता दें कि 2004 में सभी सियासी पंडितों के दावों को खारिज करते हुए कांग्रेस ने वाजपेयी सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था। सोनिया के साथ राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में एक बार फिर पीएम मोदी को खुली बहस की चुनौती दी। उन्होंने कहा, ‘भारतीय इतिहास में ऐसे कई लोग रह हैं जो यह सोचते थे कि वह अजेय हैं और भारत के लोगों से बड़े हैं। नरेंद्र मोदी ने 5 साल में भारत के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। वह बस इतना बता दें कि उन्होंने अनिल अंबानी को ठेका कैसे दिया?’ सोनिया गांधी रायबरेली सीट से चार बाद सांसद रह चुकी हैं। पर्चा दाखिल करने से पहले सोनिया गांधी ने हवन और फिर रोड शो किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा रॉबर्ट वाड्रा, रेहान और मिराया वाड्रा भी मौजूद रहे। रायबरेली सीट गांधी परिवार का मजबूत गढ़ रही है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कर्मभूमि मानी जाती है। नामांकन दाखिल करने से पहले सोनिया ने गांधी परिवार के गुरुजी गयाप्रसाद शुक्ल के आवास पर लाभ मुहूर्त में हवन भी किया। बता दें कि यह परंपरा 1967 से चली आ रही है। तब इंदिरा गांधी ने लोकसभा चुनाव में नामांकन से पहले अपने गुरु गयाप्रसाद शुक्ल के यहां पूजा-पाठ किया था। तभी से यह परंपरा चली आ रही है और गांधी परिवार पूजा-पाठ करके ही नामांकन के लिए जाता रहा है।
रोड शो में समर्थकों का जोश
खराब स्वास्थ्य के चलते सोनिया गांधी ने खुले ट्रक के बजाय गाड़ी से रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने बीच-बीच में बाहर निकालकर कार्यकर्ताओं की तरफ हाथ भी हिलाया। रोड शो के दौरान सड़कोंं पर कांग्रेस समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ आया। लोग हाथों में कांग्रेस के झंडे के साथ, न्याय योजना के प्रचार की टीशर्ट और राफेल के लिए काले झंडे भी लिए हुए थे। लगभग 700 मीटर के रास्ते पर रोड शो करते हुए सोनिया गांधी कलेक्ट्रेट पहुंची और नामांकन पर्चा भरा।
सोनिया का मुकाबला दिनेश सिंह से
रायबरेली लोकसभा सीट के लिए मतदान पांचवें चरण के तहत छह मई को होगा। इस बार सोनिया का मुकाबला दिनेश प्रताप सिंह से है, जो कांग्रेस छोडकर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं। एसपी और बीएसपी ने रायबरेली से उम्मीदवार नहीं उतारा है। सोनिया इस सीट पर 2004, 2006 (उपचुनाव), 2009 और 2014 में विजयी रही हैं।