अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से कच्चे तेल के आयात पर आगे किसी देश को कोई छूट नहीं देने का फैसला किया है। अमेरिका के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर भारत और चीन पर पड़ने वाला है। अमेरिका के इस कदम के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आ गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 72 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। क्रूड की ये कीमत साल के उच्चतम स्तर पर है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ईरान से सप्लाई बंद होती है तो 2 मई के बाद क्रूड कीमतों में और तेजी आ सकती है। ऐसे में भारत की समस्याएं बढ़ जाएंगी। पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो जाएगा। साथ ही, महंगाई बढ़ने से आम आदमी की मुश्किलें बढ़ेंगी। वहीं, देश की आर्थिक ग्रोथ पर भी इसका निगेटिव असर होगा।