The Angle
मुंबई।
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार हुए एक्टिविस्ट स्टेन स्वामी का आज मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। 84 साल के स्टेन स्वामी को 30 मई को बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर ही मुंबई के होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लंबे इलाज के बाद उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया था, जिसके बाद सोमवार यानी 5 जुलाई 2021 को उनका निधन हो गया।
कोर्ट के आदेश पर 30 मई को मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके वकील ने जानकारी दी कि 4 जुलाई को उनकी सेहत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। वहीं इससे पहले नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (एनएचआरसी) ने महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर स्टेन स्वामी को हर संभव मेडिकल उपचार उपलब्ध कराने के लिए कहा था। एनएचआरसी ने मांग की थी कि फादर को मेडिकल केयर और उपचार प्रदान करने के लिए ‘हर संभव कोशिश’ की जाए।
झारखंड के सामाजिक कार्यकर्ता थे फादर स्टेन स्वामी
बता दें कि मूल रूप से केरल के रहने वाले फादर स्टेन स्वामी झारखंड के सामाजिक कार्यकर्ता थे। कई सालों से राज्य के आदिवासी और अन्य वंचित समूहों के लिए काम रहे थे। बता दें कि भीमा कोरेगांव मामले में फादर स्टेन स्वामी को रांची से गिरफ्तार किया गया था. कई आदिवासी संगठनों समेत कांग्रेस और जेएमएम ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया था।
भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक पर भड़की थी जातीय हिंसा
पुलिस के मुताबिक, 31 दिसंबर 2017 को पुणे में यलगार परिषद की सभा के दौरान भड़काऊ भाषण दिए गए थे, जिसके चलते जिले में अगले दिन (एक जनवरी 2018) को भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक पर जातीय हिंसा भड़क गई थी. पुलिस ने दावा किया था कि सभा को माओवादियों का समर्थन हासिल था।