The Angle
जयपुर।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी के इस्तीफा देने के बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है। वहीं सियासी जानकारी इसे पायलट खेमें की बगावत पार्ट 2 बता रहे है। हेमाराम चौधरी के द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद अब पायलट खेमें के एक और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने भी इस्तीफे की चेतावनी दी है।
हेमाराम चौधरी का इस्तीफा देना दुखद- वेद प्रकाश सोलंकी
पायलट खेमें के खास वेद प्रकाश सोलंकी ने अपने सरकारी आवास पर प्रेस वार्ता बुलाकर हेमाराम चौधरी के इस्तीफे को लेकर वार्ता की। उन्होने कहा की चैधरी एक वरिष्ठ नेता है, उनका इस तरह से इस्तीफा देना दुखद है। वे जमीन से जुडे हुए नेता है। मैं चाहता हूं की आलाकमान उनकी बात सुने और इस मुद्दे को गंभीरता से ले।
जिन की वजह से पार्टी सत्ता में आई है, उन पर ध्यान देना चाहिए
इसके साथ ही सोलंकी ने कहा की हेमाराम चौधरी ने पार्टी के लिए खूब काम किया है। यदि उनकी बात नहीं सुनी गई तो मैं भी इस्तीफा दे दूंगा। उन्होने कहा की जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया है, उन्हें मौका देना चाहिए क्योंकि कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा हुआ है। उन्होने कहा की जिन कार्यकर्ताओं की वजह से कांग्रेस सत्ता में आई है, उनकी तरफ भी पार्टी को ध्यान देना चाहिए।
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान- सोलंकी
उन्होने कहा की हेमाराम चौधरी राजस्थान के इमानदार नेता है और वे सभी के लिए आदर्ष है। यदि उनकी बात नहीं सुनी गई तो कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। इसके साथ सोलंकी ने हेमाराम चौधरी से अपील की कि वे अपना इस्तीफा वापस ले ले। इसके साथ ही उन्होने कहा की कांग्रेस को भी इस मुद्दे पर गंभीरता से बात करनी चाहिए की हेमाराम चौधरी ने यह कदम आखिर क्यों उठाया है। सोलंकी ने कहा की जब कोरोना काल में अन्य राजनीतिक कार्य हो रहे है तो मंत्रिमण्डल का विस्तार क्यों नहीं?