द एंगल।
नई दिल्ली।
जब प्रधानमंत्री कार्यालय से 12 मई को रात 8 बजे पीएम मोदी के देश को संबोधित करने की बात कही गई तो हर कोई संभावित घोषणा को लेकर थोड़ा परेशान लग रहा था। लेकिन अच्छी बात यह रही की मंगलवार की शाम देश के लिए मंगलकारी और राहत देने वाली साबित हुई। देश के लिप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन झेल रहे देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के विशेष राहत पैकेज (PM Modi Special Relief Package) का कल ऐलान कर दिया। इस पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी आज शाम चार बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देंगी। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री यह बताएंगी कि इस पूरे पैकेज में किस सेक्टर तो कितना दिया गया है।
कोरोना वायरस की वजह से आर्थिक गतिविधियों को ज्यादा समय तक नहीं रोका जा सकता- पीएम
वहीं मंगलवार को पीएम मोदी ने कहा कि इस पैकेज के जरिए देश के हर वर्ग किसान, मजदूर, लघु उद्योगों और कामगारों की मदद की जाएगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि Corona वायरस की वजह से देश की आर्थिक गतिविधियों को ज्यादा समय तक नहीं रोका जा सकता है। इसलिए अब हमें दो गज की दूरी और तमाम दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इसके साथ ही रहना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से जंग अभी लंबी चलने वाली है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस राहत पैकेज का स्वागत करते हुए कहा था कि अभी देखना होगा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण इस पैकेज को राज्यों को देने को लेकर क्या कुछ कहती हैं। बता दें सीएम गहलोत लंबे समय से केंद्र से लगातार इस तरह के राहत पैकेज की मांग करते रहे थे।
आपके हिस्से में आई कितनी राहत
फिलहाल पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के पैकेज के ऐलान के बाद लोगों के मन में चार सवाल हैं जिसे वे जानना चाहते हैं। अगर भारत की आबादी 133 करोड़ (1,33,00,00,000 – 133 के बाद सात शून्य) मानी जाए, तो इस हिसाब से हर एक के हिस्से में 15,037.60 रुपए आएंगे। वहीं अगर आबादी 130 करोड़ (1,30,00,00,000 – 13 के बाद आठ शून्य) मानी जाए, तो इस हिसाब से प्रत्येक भारतीय के हिस्से में 15,384.60 रुपए आएंगे। हालांकि यहां आपको यह बताना बेहद जरूरी है कि यह आर्थिक प्रति व्यक्ति के हिसाब से बांटा जाएगा, ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा #20lakhcrores
पीएम मोदी ने के 20 लाख करोड़ के पैकेज पर कई लोग यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह कुल कितनी रकम है और इसमें कितने शून्य आते हैं। जैसे ही पीएम मोदी ने इस राहत पैकेज की घोषणा की तो ट्विटर पर #20lakhcrores ट्रेंड करने लगा। 20 लाख करोड़ में कितने शून्य होते हैं इस सवाल पर जहां कॉमेडियन कुणाल कामरा ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा पर तंज कसा तो वहीं सीनियर एक्टर अनुपम खेर ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। अनुपम खेर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं तो न केवल देश बल्कि पूरा विश्व सुनता है और प्रेरणा लेता है। 130 करोड़ भारतीय आत्मनिर्भरता की कुंजी लेकर चलेंगे तो कामयाबी यक़ीनन हमारे कदम चूमेगी। वैसे 20,00,000 करोड़ ऐसे दिखते है- 20000000000000! गणित ठीक है ना? शायद!’
कोरोना से जंग के खिलाफ घोषित सबसे बड़े पैकेज में हुआ शुमार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने Corona वायरस महामारी के कारण लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूती देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के जिस प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा मंगलवार को की वह दुनिया के विभिन्न देशों द्वारा अब तक घोषित बड़े आर्थिक पैकेजों में से एक है। प्रधानमंत्री ने बताया कि 20 लाख करोड़ रुपए का यह पैकेज देश की सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी का करीब 10 प्रतिशत के बराबर होगा। इस लिहाज से यह पैकेज Corona वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे देशों द्वारा घोषित बड़े पैकेजों में शुमार हो गया है।
क्या होता है जीडीपी
सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी एक निश्चित समय में देश के अंदर बनने वाली सभी तैयार वस्तुओं और सेवाओं की कीमत या मौद्रिक मूल्य को कहा जाता है। जीडीपी में निजी और सार्वजनिक उपभोग, निवेश, सरकारी खर्च, निजी आविष्कार, भुगतान-निर्माण लागत और व्यापार का विदेशी संतुलन शामिल है। जीडीपी एक तरह की आर्थिक सेहत के स्थिति जानने का पैमाना होता है।