द एंगल
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सुरों की मल्लिका, हिंदी सिनेमा की बेहतरीन गायिका आशा भोसले का आज जन्मदिन है। आज ही के दिन साल 1933 में महाराष्ट्र में उनका जन्म हुआ था।
आशा भोसले को संगीत के अलावा कुकिंग का भी बेहद शौक
बता दें बता दें कि आशा ताई ने काफी कम उम्र में गायकी की दुनिया में दस्तक दे दी थी। मधुर आवाज की धनी आशा ताई ने यूं तो संगीत की दुनिया में नाम कमाने का सपना ही देखा था। आशा ताई को बचपन से ही गाने का शौक था और अपनी मेहनत के बल पर उन्होंने सफलता का स्वाद चखा। 10 साल की उम्र से गा रहीं आशा भोसले ने 20 भाषाओं में 16 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। सर्वाधिक स्टूडियो रिकॉर्डिंग के लिए उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है। एक बातचीत में उन्होंने खुद इसका जिक्र किया था। जी हां, आशा भोसले को कुकिंग का बेहद शौक है और वह इस मामले में काफी जानकार भी हैं। इतना ही नहीं, विदेश में उनके रेस्तरां हैं।
10 साल की उम्र में गाया था पहला गाना
आशा भोसले का जन्म आज ही के दिन 1933 में महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव सांगली में हुआ था। आशा ताई को शायद कभी इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि उनकी आवाज को एक दिन सारी दुनिया सलाम करेगी। बताया जा रहा है की आशा भोसले ने दस वर्ष की उम्र में गायकी शुरू कर दी थी। उन्होंने अपना पहला गाना 1943 में 10 साल की उम्र में मराठी फिल्म ‘माझा बाला’ में ‘चला चला नव बाला…’ गाकर गायन कला की दुनिया में अपना कदम रखा था। आशा ताई ने पहला बॉलीवुड गाना साल 1948 में ‘हंसराज’ बहल की फिल्म चुनरिया का ‘सावन आया’ गाया था। साल 1997 में वह उस्ताद अली अकबर खान के साथ एक विशेष एल्बम के लिए ‘ग्रैमी अवार्ड’ के लिए नामांकित की गईं।