13 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। किसानों के ‘भारत बंद’ को कई राजनीतिक पार्टियों ने भी समर्थन किया है। किसानों ने आज 11 बजे से 3 बजे तक देशभर में चक्का जाम कर रहे है। लेकिन इसका असर सुबह 8 बजे से ही दिखाई देने लग गया है। इससे पहले भी किसान और सरकार के बीच कई बार वार्ता हो चुकी है। लेकिन हर बार की वार्ता बेनतीजा रही। इसलिए किसानों ने अपनी बात मनवाने के लिए आज भारत बंद बुलाया है। किसान चाहते है की केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानून बिल पूरी तरह से वापस ले लिए जाए जबकि सरकार इन बिलों में संषोधन के लिए तैयार है पर वापस लेने के लिए नहीं।
‘भारत बंद’ होने से करोडों का व्यापार होगा प्रभावित
भारत बंद को लेकर कई राज्यों में प्रदर्शन किए जा रहे है। राजस्थान सहित कई राज्यों में आज अनाज मंडियां भी बंद रहेगी। इससे करोडों का व्यापार प्रभावित होगा। आज के बंद में पेट्रोल पंप, अस्पताल, मेडिकल दुकानों को छूट दी गई है। वहीं भारत बंद को देखते हुए जगह जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। बंद को देश के सभी विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा किसान यूनियनें भी किसानों के साथ हैं। किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को वापस ले। वहीं बंद के अंतर्गत पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और ओडिशा में ट्रेनों को रोका गया। इसके कारण कई जगहों पर आवाजाही प्रभावित है। दूसरी ओर किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि हमारा बंद शांतिपूर्ण होगा और यदि कोई इसमें दो-तीन घंटे तक फंसा रह जाता है तो उसे फल और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
किसानों के समर्थन में उतरे समाजसेवी अन्ना हजारे
किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को अन्ना हजारे ने भी समर्थन दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे आज किसानों को समर्थन देने के लिए पूरे दिन का उपवास रखेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों का दिल्ली में चल रहा आंदोलन पूरे देश में फैलना चाहिए। किसानों के दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन की भी अन्ना हजारे ने सराहनी की है।