दा एंगल।
जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में पूर्व राष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भैरोंसिंह शेखावत का व्यक्तित्व और कृतित्व वर्षों तक याद किया जाएगा। सीएम ने कहा कि शेखावत के समय में पक्ष और विपक्ष के बीच अच्छे संबंध थे। भैरोंसिंह शेखावत और मोहनलाल सुखाड़िया समय पक्ष-विपक्ष में सामंजस्य बना हुआ था।
आज भी ऐसा ही माहौल होना चाहिए। लेकिन समय के साथ पक्ष और विपक्ष के संबंधों में गेप बढ़ता ही गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि पक्ष और विपक्ष पहले की तरह भाईचारा कायम रहे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा..
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कि राजस्थान ने ईडब्ल्यूएस का जो पैटर्न लागू किया है वो केन्द्र सरकार को भी लागू करने चाहिए। उन्हें पता है कि बिना फैसले के कितनी तकलीफ होती है। इस मौके पर उन्होंने कि मुझे गर्व की जब मैं 20 साल पहले मुख्यमंत्री बना था जब मैंने सवर्ण आरक्षण राज्य में 14 फीसदी लागू कर दिया था। जो आज केन्द्र सरकार ने लागू किया है। सभी विभाग को ऑनलाइन करने करने के प्रयास किए जा रहे है। दिसंबर तक अधिक से अधिक विभागों को इसकी सुविधा मिलने लग जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान को आईटी के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहिए। जिससे लोगों को ऑफिसों के चक्कर नहीं काटने पड़े।
उपचुनाव में पार्टी की होती जीत
सरकार को सूचना देने का पहले ही सेक्शॅन 4 में अंकित है। गुरुवार को राजस्थान की दो सीटों पर आने वाले उपचुनाव परिणाम पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में दोनों सीटें जीत रही है। कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी। अब लोग समझ गए हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। पत्रकारों ने पूछता कि पिछली सरकार में कांग्रेसी नेताओं पर कई केस दर्ज किए थे। तो इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार यह प्रयास कर रही जो जो केस विड्रो हो सकते है उसे विड्रो किया जाएगा।