The Angle
नई दिल्ली।
देश के इतिहास में आज पहली बार सुप्रीम कोर्ट के 9 जजों को एकसाथ शपथ दिलवाई गई। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमन्ना ने सभी जजों को शपथ दिलवाई। शपथ लेने वाले नए जजों में 3 महिला जज भी शामिल हैं। महिला जज के रूप में जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस हीमा कोहली ने शपथ ली। अब कहा जा रहा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो 2027 में देश को पहली महिला चीफ जस्टिस मिलेगी।
जस्टिस नागरत्ना 2027 में संभालेंगी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का पदभार
बता दें सुप्रीम कोर्ट में जज बनने से पहले जस्टिस नागरत्ना कर्नाटक हाई कोर्ट में जज थीं। जस्टिस नागरत्ना ने 1987 में कर्नाटक हाईकोर्ट में वकालत शुरू की। उन्होंने पूरे 23 साल तक वकालत की और उसके बाद बतौर जज भूमिका संभाली। उन्हें 2008 में कर्नाटक हाई कोर्ट में एडिशनल जज नियुक्त किया गया। उसके बाद फरवरी 2010 में जस्टिस नागरत्ना को हाई कोर्ट में स्थाई जज के तौर पर नियुक्त किया गया। जस्टिस बीवी नागरत्ना देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बनेंगी। वरिष्ठता के हिसाब से सितंबर 2027 में वे इस ओहदे तक पहुंचने वाली देश की पहली जज बन जाएंगी।
महज 36 दिन के लिए ही बनेंगी देश के सर्वोच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश
हालांकि बतौर चीफ जस्टिस बीवी नागरत्ना का कार्यकाल महज 36 दिनों का रहेगा। यह सुप्रीम कोर्ट के 77 सालों के इतिहास में किसी चीफ जस्टिस का तीसरा सबसे छोटा कार्यकाल होगा। इससे पहले जस्टिस कमल नारायण सिंह ऐसे चीफ जस्टिस रहे जिनका कार्यकाल सबसे छोटा रहा। वे 25 नवंबर 1991 से 13 दिसंबर 1991 तक यानी महज 18 दिनों के लिए चीफ जस्टिस रहे। उनके अलावा जस्टिस एस राजेंद्र बाबू 2 मई 2004 से 31 मई 2004 तक यानि सिर्फ 30 दिनों के लिए चीफ जस्टिस के पद पर रहे। अब जस्टिस नागरत्ना 36 दिनों के लिए चीफ जस्टिस बनेंगी जो तीसरा सबसे छोटा कार्यकाल होगा।
पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगी जस्टिस नागरत्ना
जस्टिस बीवी नागरत्ना के पिता जस्टिस ईएस वेंकटरमैया भी 1989 में चीफ जस्टिस बने थे। भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में ये दूसरा मौका होगा, जब पिता के बाद दूसरी जेनरेशन में बेटी चीफ जस्टिस बनेगी। इससे पहले सीनियॉरिटी के हिसाब से जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ नवंबर 2022 में चीफ जस्टिस बनेंगे। उनके पिता जस्टिस वाई बी चंद्रचूड़ 1978 में चीफ जस्टिस बने थे। जस्टिस वाईबी चंद्रचूड़ 7 साल भारत के चीफ जस्टिस रहे जो कि अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है।