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मोदी सरकार के इस मंत्री से इम्प्रेस हुए सीएम गहलोत, तारीफ में कह दी ये बड़ी बात

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द एंगल।

जयपुर/दिल्ली।

केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज राजस्थान की 18 राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश को 1 हजार 127 किलोमीटर सड़कों की सौगात दी। इनकी अनुमानित लागत करीब 8 हजार 341 करोड़ रुपए होगी। इस दौरान गडकरी ने कहा कि हम जल्द ही टोल नाके खत्म करने का प्लान कर रहे हैं। इसके लिए गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे। गाड़ी को जीपीएस से ट्रैक कर टोल का अपने आप भुगतान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में टूरिज्म के लिए राजस्थान में काफी जिले हैं। यहां लेक टूरिज्म को बढ़ाने की जरूरत है। सी प्लेन की सुविधा शुरू कीजिए। जो पानी और धरती दोनों पर उतरते हैं। जिससे टूरिस्ट एक झील से उड़कर दूसरी झील में उतरें।

सीएम गहलोत बोले- कमिटमेंट के साथ काम कर रहे हैं मंत्री जी

वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान को लेकर जो रुचि दिखाई है, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। उनके संबोधन के दौरान मैं ये महसूस कर रहा था कि डिटेल के अंदर किसी राज्य के बारे में केंद्रीय मंत्री का इस प्रकार से सोच रखना, विस्तार से रोड्स के बारे में, वहां की समस्याओं के बारे में, वहां के जो प्रोटोकॉल हैं या वहां का जो बैकग्राउंड है, किस प्रकार से प्रदेश की उन्नति हो सकती है, किस प्रकार से वहां टूरिज्म का सेक्टर बढ़ सकता है, किस प्रकार से रोजगार मिल सकते हैं, किस प्रकार रोड्स का महत्व है।

आपने अपने मंत्रालय से जिस प्रकार रोड्स सेंशन की हैं और करने जा रहे हैं, आज भी घोषणाएं की हैं आपने, तो मैं समझता हूं कि ये इस बात का प्रतीक है कि आप जबसे मंत्रालय के मंत्री बने हैं, तबसे मैं नोट कर रहा हूं कि आप कमिटमेंट के साथ काम कर रहे हैं इस विभाग के अंदर।

सरकारें और आदमी आते-जाते रहते हैं- गहलोत

जोधपुर में प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को लेकर सीएम ने कहा कि जोधपुर में ऑर्डिनरी वे में वो एलिवेटेड रोड नहीं बन सकती। इसके लिए स्पेशल टैक्नीकल डीपीआर बनेगी तो ही वो संभव हो पाएगी। ये बात मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आप इतने विस्तार से गए हैं हर चीज के लिए, उससे मैं बहुत प्रभावित हूं और उसी रूप में आपने हमारे राजस्थान के जो 25 मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हैं, उन सबकी मांगों को मैं समझता हूं कि करीब-करीब यहां पर प्रस्तुत कर दिया, पूरा राजस्थान कवर हो गया उससे। तो पूरा हमारा जो आपका प्रवचन था उसमें राजस्थान के मेंबर ऑफ पार्लियामेंट के एरिया की समस्या समाप्त होगी तो आधी समस्या भी हमारी स्वतः ही समाप्त हो जाएगी।

आपका कहना वाजिब है कि आप भेदभाव नहीं करते हो और भेदभाव होना भी नहीं चाहिए क्योंकि समय किसी का इंतजार नहीं करता, न व्यक्ति का, न सरकारों का। सरकारें आती-जाती रहती हैं और व्यक्ति भी आते-जाते रहते हैं। जो अपने हाथ में कलम है, जितनी चल जाए विकास के लिए, जनहित के लिए, मैं उसको ही सही मानता हूं और उसी सोच के साथ आप काम कर रहे हैं, ये अच्छी बात है।

किसी समय सड़कों को लेकर बदनाम था राजस्थान, लेकिन स्थिति बदली- सीएम

सीएम ने कहा कि प्रदेश में बन रही तमाम सड़कें काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि राजस्थान बदल रहा है। कोई जमाने में, राजस्थान में रेगिस्तान के इलाकों में रोड्स कच्ची भी नहीं हुआ करती थीं। आंधी चलती थीं तो कच्ची रोड्स पर जाते थे तो रास्ते में मिट्टी भर जाती थी तो उसको उठाने का काम पहले करो तो आगे बढ़ सकते थे, वो स्थिति राजस्थान में थी। कोई जमाने में हम लोग बदनाम थे कि गुजरात में रोड्स अच्छी हैं, राजस्थान में रोड्स अच्छी नहीं हैं। सीएम ने कहा कि गुजरात से कोई आदमी कहता कि हम आते हैं गाड़ी में और नींद आ जाती है, तो जब नींद खुल जाए समझो राजस्थान आ गया, वो स्थिति राजस्थान की थी, पर आज वो स्थिति नहीं है।

20 साल का सुनहरा इतिहास है, जिसमें जब वाजपेयी जी की गवर्नमेंट थी उस वक्त भी मुझे यहां मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का सौभाग्य मिल रहा था। और उदारीकरण जब डॉ. मनमोहन सिंह जी ने किया तब उम्मीद बढ़ गई कि अब जो है हम लोग और बड़े एक्सपोजर के रूप में कई काम ऐसे कर पाएंगे जो पहले नहीं कर पाते थे।

राजस्थान के चहुंमुखी विकास का सपना हो सकेगा साकार

अब हमारे यहां रिफाइनरी आ रही है, यहां तेल निकल गया, पूरी कंट्री का 20 पर्सेंट तेल का उत्पादन राजस्थान में होने लग गया है, गैस निकलने की पूरी संभावना है बड़े रूप के अंदर यहां पर, बड़े-बड़े कलकारखाने भी यहां बन चुके हैं और जो दिल्ली-मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है, उसका 49 पर्सेंट एरिया लगभग राजस्थान होकर जा रहा है और 6 जगह नोड्स बन रहे हैं। तो ये जो आपका जो काम है हाइवेज का, ये हमारे लिए बहुत मुफीद रहेगा, चाहे वो इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेगा तब भी और चाहे वो दिल्ली-मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर के पैरेलल जो आप रोड्स बना रहे हैं भारतमाला के अंतर्गत, एक्सप्रेस वे के अंतर्गत फोर वेज हों चाहे सिक्स वेज हों।

मैं समझता हूं कि ये अपने आपमें एक-दूसरे को सप्लीमेंट करेंगे, कॉम्प्लीमेंट करेंगे और इसी रूप में राजस्थान का विकास, जैसा अभी आप कह रहे थे कि आपका भी सपना है कि राजस्थान का कैसे चहुंमुखी विकास हो, मैं समझता हूं उसी दिशा में हम लोग आगे बढ़ पाएंगे।

प्रदेश के रेगिस्तानी भू-भाग में योजनाएं पहुंचाने में अधिक आती है लागत

सीएम ने कहा कि देश का 10 पर्सेंट भू-भाग राजस्थान में है। लेकिन रेगिस्तान के इलाकों के अलावा गांव और ढाणियां जो हैं, वो हम लोग स्टेट लेवल के जो रिसोर्सेज हैं उनसे हम लोग कोशिश करते हैं कि ढाणियों तक में सड़कें बन जाएं, आबादी 100 की हो, 500 की हो वहां सड़क बन जाए, पीएमजीएसवाय का लाभ भी हम लोगों को मिलता है और आपने जो ये काम बड़े रूप में लिया तो इसलिए मैंने कहा कि सब कॉम्प्लीमेंट-सप्लीमेंट होंगे।

सीएम ने कहा कि राजस्थान का जो ढांचा है आवागमन का, वो एक प्रकार से बहुत मजबूत होकर रहेगा, इसमें कोई दो राय नहीं है, परंतु हमारे एक गांव की दूरी 15-15 20-20 किलोमीटर है, यूपी की तरह नहीं कि एक गांव समाप्त हुआ दूसरा गांव शुरु हो गया, हमारे यहां तो दूरियों में बसने वाले लोग हैं, तो इसलिए कॉस्ट और प्रोडक्शन और जो कुछ जेनरेट करते हैं हम लोग, उसमें भी बहुत पैसा लगता है। कोई चीज का निर्माण करना हो, सड़क बनानी हो, पानी पहुंचाना हो, बिजली पहुंचानी हो तो ज्यादा कॉस्ट आती है परस्पर दूसरे राज्यों के, इसलिए हमारी स्थिति अलग बनी हुई है।

दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे को जयपुर से जोड़ने पर विचार करे केंद्र

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से अपने सुझाव साझा करते हुए कहा कि एक तो जयपुर-दौसा लिंक ग्रीन हाइवे जो है, जो सिक्स लेन अभी बन रहा है आपका दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे का, उसमें एक छोटा सा भाग होगा जिससे कि जयपुर जुड़ जाएगा दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे से, तो जयपुर का मतलब पूरा जुड़ जाएगा बॉम्बे से दिल्ली से आपके उस एक्सप्रेस वे से। तो ये जो जयपुर-दौसा लिंक है उसको मैं चाहता हूं कि आप उसपर विचार कर सकते हैं, ये होगा तो पर्यटन की दृष्टि से भी, औद्योगिक दृष्टि से भी मैं समझता हूं बहुत बड़ा लाभ मिलेगा।

एक अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस हाइवे है, उसके नजदीक ही आपके पचपद्रा की रिफाइनरी बन रही है, एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है भारत सरकार के सहयोग से एचपीसीएल का, उसको भी, वो विकसित होगा तो मैं समझता हूं, मैंने अभी कहा भी है और आपने उसका जिक्र भी किया है पर मैं चाहूंगा सिक्स लेन बन जाए जोधपुर से पचपद्रा तक एक्सप्रेस हाइवे की तरह, तो रिफाइनरी के बाद में आप सोच सकते हो कि एक बहुत बड़ा लिंक रहेगा पूरे देश से उसका, उसका लाभ मिल सकता है।

जालौर में ओवरब्रिज बनने से निरंतर हो सकेगा विकास

एक दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे के समांतर डीएमआईसी की तर्ज पर जो आपने औद्योगिक और लॉजिस्टिक पार्क विकसित किए जाने की पहल की है, वो स्वागत योग्य पहल है, इससे ओवरऑल राज्य का विकास भी होगा। एक जालौर की बात वहां के एमपी साहब ने कही होगी, जालौर में वास्तव में जो एक ब्रिज है, जो मेन रोड है जालौर का उसमें ओवरब्रिज बनना है, 50-100 करोड़ का काम होगा परंतु उससे पूरे जिले का विकास रुका हुआ है।

तो मैं चाहूंगा कि वैसे तो जोधपुर में और राजस्थानभर के अंदर विस्तार के साथ आपने जो सब बात बताई है, उसके बाद में मैं नहीं चाहता कि उस बारे में कोई लंबी बात आपसे करूं। इतना ही मेरा आपको निवेदन है कि जो गजट नोटिफिकेशन होने हैं स्टेट हाइवेज को, नेशनल हाइवेज को, वो प्रिंसिपल आप एग्री कर चुके हैं लगभग 50 के आसपास हैं, उसको अभी वो गजट नोटिफिकेशन हो नहीं पाया तो वो कम से कम आप जल्द ही उसको करवा दीजिए तो मैं समझता हूं कि उसका लाभ भी हम लोगों को मिलेगा।

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