The Angle
नई दिल्ली।
आगामी 28 मई को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बने नए संसद भवन का उद्घाटन होना प्रस्तावित है। जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। ऐसे में संसद भवन के पीएम मोदी के उद्घाटन करने और उद्घाटन के लिए 28 मई का दिन तय करने को लेकर देश में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों कराने पर जोर दे रही है। आज पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने फिर से पार्टी की बात दोहराते हुए कहा कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए।
कांग्रेस ने उठाए सवाल- एसटी की राष्ट्रपति को कार्यक्रम से दूर रखना उचित नहीं
आनंद शर्मा ने कहा कि संसद के शिलान्यास से लेकर अब उद्घाटन तक राष्ट्रपति को छोड़कर बड़ा फैसला लेना संवैधानिक रूप से सही नहीं है। संसद के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति की राष्ट्रपति को इस कार्यक्रम से दूर रखना उचित नहीं है। किसी बड़े लोकतंत्र ने ऐसा नहीं किया है। कांग्रेस नेता ने कई उदाहरण भी गिनाए। परोक्ष रूप से मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि कुछ साल पहले कोरोना महामारी के दौरान जब देश में त्राहि-त्राहि मची थी, तब नई संसद बनाने का फैसला किया गया। आज तक दुनिया के किसी प्रजातंत्र ने अपनी संसद को नहीं बदला है।
नए संसद भवन के निर्माण के समय से उठाए जा रहे सवाल- नकवी
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भवन का उद्घाटन कौन कर रहा है, कांग्रेस को इससे मतलब नहीं है, बल्कि उन्हें झटका लगा है। कांग्रेस को लगता है कि सिर्फ डायनेस्टी पॉलिटिक्स ही डिलीवर कर सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि डेमोक्रेसी डिलीवर कर सकता है, इसलिए उन्हें बेचैनी है। जबसे नए संसद का निर्माण शुरू हुआ, तभी से ये लोग सवाल उठा रहे हैं। नकवी ने कहा कि पहले बोल रहे थे कि नया संसद भवन नहीं बन सकता और अब इसके उद्घाटन पर सवाल उठा रहे हैं। नए भवन के उद्घाटन के लिए तय की गई 28 मई की तारीख पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मुख्तार अब्बास नकवी बोले- किसी राष्ट्रवादी व्यक्ति से जुड़े दिन उद्घाटन करने से किसी को क्या समस्या ?
वहीं संसद भवन के उद्घाटन के दिन के लिए 28 मई यानि सावरकर की जयंती के दिन का चुनाव करने पर भी पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोला। नकवी ने कहा कि अगर “वीर सावरकर” का जन्म दिन भी है तो उस दिन क्या समस्या है ? करोड़ों लोग उनको चाहने वाले हैं, करोड़ों लोग उनको पूजते हैं। किसी राष्ट्रवादी व्यक्ति से जुड़े हुए दिन उद्घाटन से किसी को क्या समस्या हो सकती है ?