द एंगल
जयपुर.
आज से गणेश महोत्सव का पावन पर्व शुरु हो चुका है। आज देशभर में गणेशोत्सव की धूम है। वहीं राजस्थान के प्रसिद्ध जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। रात 12 बजे से ही अलौकिक झांकी के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई है।
दो साल बाद गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं का मेला
कोरोना काल के दो साल बाद गणेश मंदिर में एक बार फिर से गणेश चतुर्थी के पावन दिन पर श्रद्धालुओं का मेला देखने को मिल रहा है। इस साल मोती डूंगरी गणेश में करीब 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है तो वही श्रद्धालु रात 12 बजे से ही दर्शन करने आने लगे थे। इस दौरान मंदिर परिसर में भी काफी दिनों पहले से ही व्यवस्था की जाने लगी थी। जयपुर के मोती डूंगरी गणेश, नहर के गणेशजी, गढ़ गणेश,श्वेत विनायक जी, परकोटे वाले त्रिनेत्र गणेश मंदिर में , मंगला से भक्त जन्मोत्सव झांकी के दर्शन कर रहे है। हालांकि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए फिलहाल प्रशासन ने जेएलएन मार्ग पर 3 जगहों से एंट्री बंद कर दी है।
मान्यता है कि भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि पर विघ्नहर्ता और मंगलमूर्ति भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसी कारण से सभी चतुर्थी में इसका विशेष स्थान है। आज से घर-घर और बड़े-बड़े पंडालों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित करके उनकी विधिवत पूजा-अर्चना शुरू होगी। गणेशोत्सव 10 दिनों तक चलेगा। भगवान गणेश के भक्त अपने घरों और सार्वजनिक जगहों पर गणेशजी की भव्य प्रतिमाएं स्थापित करके विधि-विधान से पूजा कर रहे हैं। गणेशोत्सव का पर्व 9 सितंबर तक चलेगा।
दर्शनों के लिए की गई विशेष व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए 11 रेलिंग लगाई गई है। जो कि तख्तेशाही रोड पर और जेडीए सर्किल से गणेश मंदिर चौराहे तक है। व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए बेरिकेड्स लगाए गए है, जहां से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। मंदिर के लिए एंट्री लाइन 2 मोती डूंगरी रोड से, 2 जेएलएन मार्ग जबकि एक लाइन तख्तेशाही रोड से होगी। इसके अलावा एग्जिट लाइन 3 मोती डूंगरी रोड से और 2 जेएलएन मार्ग की तरफ होगी। बेरिकेड्स में से 1 लाइन पास धारकों के लिए अलग से बनाई गई है, जिनके लिए एंट्री-एग्जिट अलग से है।