The Angle
जयपुर।
राजस्थान में दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में कैंसर रोगियों की जल्द पहचान और ट्रीटमेंट शुरू हो सकेगा। सीएम गहलोत के निर्देश पर स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट को प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी मोबाइल वैन उपलब्ध कराई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज इसका शुभारंभ किया। इस वैन के जरिए कैंसर से संबंधित महत्वपूर्ण जांचें मौके पर ही की जा सकेंगी। करीब 1.25 करोड़ रुपए कीमत वाली यह वैन राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण लिमिटेड के सीएसआर फंड से दी गई है।
कैंसर से जुड़ी टेली कंसल्टेशन सुविधा भी उपलब्ध करवाएगी वैन
चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने बताया कि राजस्थान में अब तक कोई प्रिवेंटिव ऑनकोलॉजी यूनिट नहीं थी। लेकिन अब इससे प्रदेश में प्रिवेंटिव प्रोग्राम को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ कैंसर के बारे लोगों में जागरूकता पैदा करने और मरीजों को घर-घर तक जांच सुविधाएं मुहैया कराने में मदद मिलेगी। यह वैन टेली कंसल्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी। उन्होंने प्रदेश के सभी संभागों में ऐसी वैन उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि भारत में महिलाओं में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में सिर एवं फेफड़ों के कैंसर आम हैं। लेकिन अगर समय रहते इनका पता चल जाए, तो 90 प्रतिशत से अधिक मामलों में कैंसर रोगियों का पूर्ण उपचार संभव है।
दूरदराज के क्षेत्रों में भी लोगों की स्क्रीनिंग करने में मिलेगी मदद
इस वैन में ऐसे लक्षणों की जांच कर तुरंत पता लगाने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि इस मोबाइल वैन के माध्यम से राज्य के दूरदराज क्षेत्रों और आर्थिक रूप के पिछड़े वर्ग को स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी सुविधाएं पंहुचाई जा सकेंगी। साथ ही जनता के स्वास्थ्य पर रिसर्च डाटा उपलब्ध हो सकेगा। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग कुंजीलाल मीणा, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, एसएमएस के अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा, वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ.आरजी शर्मा, डॉ. संदीप जसूजा एवं डॉ. सुरेश सिंह सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्साधिकारी मौजूद थे।