The Angle
जयपुर।
देश-प्रदेश में रंगों और उल्लास के पावन पर्व होली की धूम अभी से देखने को मिल रही है। हालांकि आज होलिका दहन शाम को होना है, लेकिन धुलंडी की खरीददारी को लेकर बाजार पूरी तरह सज चुके हैं और बाजारों में दुकानों पर खरीरददारों की रंगत देखते ही बन रही है। कोरोना काल की काली छाया के करीब 3 साल बाद मनाई जा रही इस बार की होली को लेकर देश-प्रदेशवासियों में यूं भी अलग ही उत्साह है। राजस्थान में भीर हर साल हर्षोल्लास से होली का पर्व मनाया जाता है। होली एक ऐसा त्योहार है जो आपसी प्रेम-भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में प्रदेश में हर जगह हर्षोल्लास से होली का पर्व मनाया जा रहा है।
होली पर वसुंधरा राजे पहुंचीं गोविंददेव जी मंदिर, ठाकुर जी के दरबार में लगाई हाजिरी
कई जगह परंपरागत रूप से होली के कई रंग देखने को मिल रहे हैं। वैशाली नगर के अक्षरधाम मंदिर में जहां कल फूल होली का आयोजन किया गया था, वहीं आज जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी के दरबार में भक्तगण अपने ठाकुर जी को रंग-गुलाल अर्पित करने पहुंच रहे हैं। यहां आमजन के साथ ही तमाम जनप्रतिनिधि भी ठाकुर जी के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह और भाजपा के अन्य नेताओं के साथ गोविंद देवजी मंदिर पहुंचीं और देश-प्रदेश की खुशहाली, तरक्की और विकास की कामना की।
सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों को दीं शुभकामनाएं
वहीं इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने भी सोशल मीडिया पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह त्यौहार जीवन में हर्ष और उल्लास का प्रतीक है। होली के विविध रंग अनेकता में एकता की हमारी संस्कृति के परिचायक हैं और इसे और मजबूत बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। रंगों, खुशियों से लबरेज यह पर्व हमें आपसी भाईचारे और सौहार्द्र को बढ़ाने की सीख देता है। प्रदेशवासियों को आह्वान है कि समरसता, सद्भाव और भाईचारे के साथ आगे बढ़ते हुए प्रदेश की उन्नति में भागीदार बनें। सामाजिक बुराईयों, विषमताओं, कुरीतियों और नकारात्मकता का दहन कर नई सोच, आचरण और उमंग के साथ होली का स्वागत करें।