Home Crime बदलते संसार में बदलता इंसान, अब क्या होगा

बदलते संसार में बदलता इंसान, अब क्या होगा

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दा एंगल।
जयपुर।
देख तेरे संसार की हालात क्या हो गई भगवान कितना बदल गया इंसान। ये पंक्तियां आज के आधुनिक दौर के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है। यहां इंसान इतना हैवान हो गया है कि उसे अपनी जरूरत के अलावा और अपने अलावा उसे कुछ नहीं दिखता है। आधुनिक दौर में पानी महंगा और जान सस्ती हो गई है।

सबके अपने तर्क

केंद्र में हो या राज्य में हर जो भी सरकार आती है उनका पहला वाक्ये यही होता है कि वो सभी समान रखेंगे और देष की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखेंगे। लेकिन होता इसके बिल्कुल विपरीत है। आज अखबार की हैडलाइन यही होती है कि फलां जगह दबंगों ने दलित समाज की बारात को निकलने नहीं दिया या फलां जगह एक युवती के साथ गैंगरेप हो गया। पुलिस के अपने अलग तर्क होते हैं तो राजनेताओं के बयान होते हैं कि मोबाइल और लड़कियों के कपड़े पहने की वजह से ऐसे कांड होते हैं।

अब सोचने वाली बात यह है यह सब इस चीज के जिम्मेदार है तो इस तरह की घटनाओं को रोकने के भी कोई तरीके होने चाहिए। 16 दिसंबर 2012 की घटना तो सब को याद ही होगी कि कैसे चलती बस में कुछ लोग एक युवती के साथ हैवानियत की हद पा करते हुए उसके साथ गैंगरेप करते हैं और उसको मरणासन्न पर छोड़ देते हैं।

गैंगरेप की कई घटनाएं

अब ऐसी घटना हैदराबाद में घटित हुई जहां एक वेटेनरी डाॅक्टर के साथ गैंगरेप करके उसे जिंदा जला दिया गया। वहीं उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भी कुछ लोगाें ने एक युवती के साथ गैंगरेप किया। उन युवकों को पुलिस ने गैंगरेप के आरोप गिरफ्तार किया, लेकिन कुछ दिन बाद जमानत पर छुटने के बाद उन युवकों ने उस युवती को जिंदा जला दिया।
अब सोचने की बात यह है कि इन घटनाओं को कैसे रोका जाए। सरकार ऐसे क्या कदम उठाए कि ऐसी वारदात करने से पहले आदमी सौ बार सोचे की मैं यह काम करूंगा तो मेरे साथ यह हो जाएगा। तभी जाकर ऐसी घटनाओं पर लगाम लगेगी। कब तक देष की बेटियां इस तरह ही जलती रहेंगी। क्या कोई इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेगा।

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