दा एंगल।
बूंदी।
जिस पेड़ को मां-बाप ने अपने खून पसीने से सींचा उसी पेड़ ने उनको ऐसा इनाम दिया कि कोई सोच भी नहीं सकता। मां-बाप अपने बच्चों को किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो उसके लिए वो अपने हर गम भुलकर उनको हर तरह की खुशियां देते हैं, लेकिन उस बाग को उसी का माली ही उजाड़ दे तो फिर क्या हो सकता है।
आधुनिक युग में आज बच्चों के लिए मां-बाप से बढ़कर धन-दौलत और जमीन जायदाद हो गई है जब ही तो एक छोटे से जमीन के टुकड़े के लिए बेटों ने अपने मां-बाप की जमकर पिटाई कर दी। जिसमें मां ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया और पिता जिंदगी की अंतिम सांस गिन रहा है।
बेटों-बहुओं ने की माँ बाप की पिटाई
भारतीय संस्कृति में मां-बाप को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया जाता है। उसी जन्म देने वालों को बेटों ने जमीन के लिए मार दिया। ऐसा कलियुग देखा नहीं है। दरअसल, राजस्थान के बूंदी जिले में बेटों और बहुओं ने अपने बूढ़े मां-बाप को जमीन के लिए जमकर पीटा। घटना जिले के हिंडौली थाना क्षेत्र के बडा नयागांव की है।
दुकान के लिए मां की हत्या
जानकारी के मुताबिक बडा नयागांव निवासी वृद्ध रामकिशन सैनी के पास एक दुकान है, जिसमें वह मोटर रिपेयरिंग का कार्य करता है। आरोप है कि दुकान को छीनने के इरादे से रात को लाठी डंडे लेकर आये तीन पुत्रों और बहुओं ने वृद्ध माता पिता पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले में 60 वर्षीय मां कमला बाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिता रामकिशन गम्भीर रूप से घायल हो गया। वहीं हमला करने के बाद आरोपी पुत्र और बहुएं मौके से फरार हो गईं।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल पिता को अस्पताल में भर्ती कराया और मां के शव को मोर्चरी में रखवा दिया। वहीं पुलिस ने मृतका के शव को गांव वालांे को सौंप दिया जिससे वो उसका अंतिम संस्कार कर सके। पुलिस ने घायल पिता के पर्चा बयान पर तीनों बेटों और बहुओं पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।