दा एंगल।
जयपुर।
शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा का सैन्य सम्मान साथ जयपुर के अजमेर रोड स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया। कमांडिंग अफसर कर्नल आशुतोष शर्मा को उनके भाई ने मुखाग्नि दी। इस दौरान शहीद की पत्नी पल्लवी भी साथ रहीं। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सेना के अफसरों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और सैन्य कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी इस विकट स्थिति को अपने आपको रोक नहीं पाए और उनकी आंखें नम हो गई। सीएम गहलोत ने शहीद के परिजनोें से मिलकर उनसे बातचीत की उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की मां के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि शहीद आशुतोष शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूरे मुल्म को उनकी बलिदान पर गर्व है जिस रूप में उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी है यह फ्रक की बात हैं है।
राजस्थान में घर-घर शहीदों का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे 1962 का युद्ध हो, 1965 का हो या 1971 की लड़ाई या करगिल का युद्ध हो हमेशा राजस्थान के वीर कुर्बानी देने में पीछे नहीं रहे हैं। आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है। उन्होंने कहा कि मैं ईष्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस दुख की घड़ी को झेलने की ताकत दें।
शहीद की पत्नी हुई भावुक
इस दौरान अंतिम संस्कार से पहले तिरंगा शहीद की पत्नी को दिया तो वे भावुक हो गईं और वहां उपस्थित हर कोई गमगीन हो गयाा। देश के इतिहास में शहीद के बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। इससे पहले आज सुबह पार्थिव देह को 61 कैवलरी के पोलो ग्राउंड में लाया गया। सबसे पहले मां और भाई ने पुष्पचक्र चढ़ाया। जिसके बाद सेना के 10 बड़े अफसरों ने श्रद्धांजलि दी। फिर एडीजे हेमंत प्रियदर्शी, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव, कलेक्टर जोगाराम, सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, लालचंद कटारिया ने पुष्प चढ़ाए। जिसके बाद शव मोक्षधाम के लिए रवाना किया गया। गौरतलब है कि 21 राष्ट्रीय रायफल्स के कर्नल आशुतोष शर्मा कष्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। कर्नल आशुतोष की अभी हाल में 22 अप्रेल को शादी की सालगिरह थी।