द एंगल।
नई दिल्ली।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस लीक हादसे को लेकर केंद्र और एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया है। मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और अन्य को भी नोटिस जारी किया गया है। वहीं हादसे में गई लोगों की जान के चलते एनजीटी ने एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट को 50 करोड़ रुपए की अंतरिम राशि जमा करने का भी निर्देश दिया है। एनजीटी न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने इस घटना की जांच करने के लिए न्यायमूर्ति बी शेषासन रेड्डी की एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया। समिति को 18 मई से पहले हादसे की एक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।
एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में फिर से गैस लीक होने की खबर गलत- एसएन प्रधान
आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम की एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में एक बार फिर से गैस लीक होने की खबर का राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि मीडिया में फिर से गैस लीक होने की खबरे सामने आई है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
लोगों से अपील, फर्जी खबरों पर विश्वास न करें- गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम की एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में एक बार फिर से गैस लीक होने की खबर को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हालात नियंत्रण में है। यह एक मामूली तकनीकी रिसाव था और यह नियंत्रण में है। आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा विशाखापट्टनम में एहतियात के तौर पर गैस रिसाव क्षेत्र के 2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले इलाके को खाली करने का आदेश दिया गया है। साथ ही लोगों से गैस रिसाव के बारे में फर्जी खबरों पर विश्वास न करने का भी अनुरोध किया गया है।
2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोगों से इलाका खाली कराने का आदेश
विशाखापट्टनम के पुलिस कमिश्नर आरके मीणा ने कहा है कि घबराने की बात नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर घटनास्थल के 2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोगों से इलाका खाली करने का अनुरोध है। 2 किमी के दायरे से बाहर के लोगों को सड़क पर आने या इलाका खाली करने की जरूरत नहीं है।
11 लोगों की मौत, राज्य सरकार का मृतकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए मुआवजे का ऐलान
बता दें आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार तड़के हुए गैस लीक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे का कारण पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने हादसे की जांच का आदेश दिया है। इसके अलावा मृतकों के परिवार वालों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
विशाखापट्टनम पहुंचा PTBC
स्टीरीन गैस रिसाव के प्रभाव को कम करने के लिए रासायनिक पैरा-टर्शियरी ब्यूटाइल कैटेचोल (PTBC) विशाखापट्टनम पहुंच गया है। एयर इंडिया कार्गो की फ्लाइट इस केमिकल के साथ विशाखापट्टनम हवाई अड्डे पर पहुंची। गुरुवार को रात लगभग 10:30 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट से इसे 9 सदस्यीय टीम केमिकल के साथ यहां पहुंची। टीम वापस रवाना हो गई है। एयरपोर्ट के डायरेक्टर राज किशोर ने इसकी जानकारी दी।
गैस रिसाव के प्रभाव को बेअसर करेगा PTBC
गौरतलब है कि यह केमिकल दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले के वापी में बनाया गया है और इसका उपयोग गैस रिसाव के प्रभाव को बेअसर करने और इसको फैसले से रोकने के लिए किया जाता है। इससे पहले गुरुवार को गैस रिसाव की घटना के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से रसायन के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए इसे भेजने का अनुरोध किया था।