दा एंगल
जयपुर।
देशभर में कोरोना वायरस की वजह से लागू हुआ लाॅकडाउन को आज एक पूरा महीना हो गया है। एक महीने से जारी इस लाॅकडाउन से भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केन्द्र सरकार ने हाॅटस्पाॅट को छोड़कर जहां कोरोना का प्रभाव कम है वहां पर दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया है।
सरकार के आदेश पर कई जगह कंफ्यूज
सरकार के दुकान खोलने के आदेश पर कई जगह कंफ्यूज भी रहा। हालांकि शनिवार को अपने पूर्ववर्ती आदेश पर स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें खोलने की इजाजत है जबकि शहरी क्षेत्रों में शॉपिंग मॉल, कॉम्पलेक्स पर प्रतिबंध जारी रहेगा। इसके अलावा शराब की दुकानें भी नहीं खोली जाएंगी। आदेश में गृह मंत्रालय ने कहा कि जैसा कि समेकित संशोधित दिशा निर्देशों में निर्दिष्ट है, संबंधित राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों ने ग्रामीण या शहरी क्षेत्रो में जिन इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है वहां इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन का प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार अध्ययन कर रही है। राज्य सरकार ने इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। लिहाजा राजस्थान में कोराना के हॉटस्पॉट बने राजधानी जयपुर में भी अभी व्यवस्थाओं में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। सीएम के स्तर पर इसका फैसला होने के बाद ही जयपुर जिला प्रशासन इस मामले में आगे कदम बढ़ाएगा।
जयपुर है हाॅटस्पाॅट क्षेत्र
उल्लेखनीय है कि राजधानी जयपुर कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है। सरकार ने जैसे ही जांच का दायरा बढ़ाया, वैसे ही यहां पॉजिटिव मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जयपुर बेहद हॉटस्पॉट माना गया है। वहीं केन्द्र की नई गाडइलाइन के बाद जयपुर में बाजारों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जयपुर व्यापार संघ फिलहाल कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है। वह जिला कलक्टर के निर्देशों का इंतजार कर रहा है। यह संघ शहर की चारदीवारी के सभी बाजारों और बाहर के बाजारों का नेतृत्व करता है।