दा एंगल।
नई दिल्ली।
भारत में कोरोना ने अपने पैस पसारने आरंभ कर दिए हैं। कोरोना का कहर पूरी दुनिया में जारी है। इस बीमारी की चपेट में दुनिया का हर देश आया हुआ है। चीन से फैला यह वायरस आज पूरी दुनिया को परेशान कर रहा है। लोगों की आम जनजीवन की प्रक्रिया को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। आम हो या खास सबकी जिंदगी पर एक तरह से विराम सा लग गया है। पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को इससे भारी नुकसान हुआ है।
भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर घटेगी
देश को इस कोरोना की वजह से करीब 120 अरब डाॅलर का नुकसान होगा। इस वजह से भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर भी घट जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राष्ट्र के नाम संबोधन दिया था। जिसमें कहा गया था कि पूरे देश में 21 दिनों के लिए लाॅकडाउन लागू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 दिन के लाॅकडाउन से देश 21 साल पीछे चला जाएगा, लेकिन उनकी पहली प्राथमिकता है देश के लोगों को बचाना।
प्रधानमंत्री का घरों में रहने की अपील का अभी कुछ लोगों पर खास असर नहीं पड़ रहा है। लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि वो अपने घरों में रहे ताकि इस बीमारी से बचा सके, लेकिन लोग बार-बार अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। उनकी इस लापरवाही का खमियाजा सभी को भुगतना पड़ेगा। वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए पूरे देश में 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
कोरोना के नए मरीज मिले
अभी तक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 562 हो गई है। इनमें से 512 लोगों का इलाज चल रहा है। बुधवार को बिहार में एक, मध्यप्रदेश में पांच, तेलंगाना में तीन, गुजरात में तीन और महाराष्ट्र में पांच और राजस्थान में चार नए मरीज मिले हैं। राजस्थान में चार पॉजिटिव लोगों में भीलवाड़ा के दो चिकित्सा कर्मी शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल मामलों की संख्या 36 हो गई है।