द एंगल।
एंटरटेनमेंट डेस्क।
यूं तो हम सभी की जिंदगी में माता-पिता दोनों की ही जगह कोई नहीं ले सकता, लेकिन पिता से जो प्यार, अपनापन, डांट और जिंदगी को समझने के फॉर्मूला पिता से मिलते हैं वो हमें कोई और कभी नहीं सिखा सकता। इसीलिए हम चाहे कितने ही बड़े क्यों न हो जाएं, लेकिन समय के साथ अपने पिता के साथ हमारा ये रिश्ता और मजबूत ही होता जाता है। इस फादर्स डे आपके फेवरेट टीवी स्टार्स ने भी अपने पिता से जुड़ी हुई कुछ रोचक बातें शेयर कीं।
फादर्स डे नहीं मनाता लेकिन पापा के सपने को एक दिन पूरा करना चाहता हूं- अक्षय
अक्षय केलकर यानि ‘भाखरवाड़ी’ के अभिषेक बताते हैं, “मैं मूल रूप से महाराष्ट्र के दापोली का रहने वाला हूं। यह मेरे परिवार की पसंदीदा जगह है। वैसे वहां पर फिलहाल ऐसा कुछ नहीं है, जिसे हम अपना कह सकें। इसलिए दापोली में मैं ऐसा घर और फार्म बनाने के अपने डैड के सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा हूं, जिसे हम अपना कह सकें। ऐसे तो मैं फादर्स डे नहीं मनाता लेकिन मुझे लगता है कि जिस दिन मैं अपने पिता के सपने को पूरा करूंगा, वही दिन मेरे लिये सही मायने में फादर्स डे होगा।
अब जबकि हम जल्द ही शूटिंग शुरू करने वाले हैं तो मेरे डैड ने सेट के पास ही किराये के मकान में मेरे साथ रहने का फैसला किया है, ताकि मुझे घर का बना खाना मिल सके। मेरे डैड बहुत अच्छा खाना बनाते हैं और मुझे इस बात की खुशी है कि वह हमेशा मेरे पास होंगे।”
पापा ने सिखाया जो कुछ भी आपके पास है उसमें खुश रहना- देव जोशी
देव जोशी यानि बालवीर रिटर्न्स के बालवीर अपने पापा के बारे बताते हुए कहते हैं, “मेरे डैड ने काफी संघर्ष किया है और आज वेएक सैल्फ-मेड बिजनेसमैन हैं। उन्होंने मुझे सिखाया है कि ‘जो भी तुम्हारे पास है उसमें खुश रहो’। वे इस बात पर अटल थे कि मुझे एक अच्छा इंसान बनाना है। इसलिए उन्होंने हमेशा ही मुझे मेरी गलतियों का ध्यान दिलाया, चाहे कैसा भी समय हो या कोई भी आस-पास हो। वे हर हाल में मेरे साथ खड़े रहे और इस इंडस्ट्री में मेरी सफलता की खुशी उन्हें मुझसे ज्यादा है। सिर्फ मेरे साथ ‘बालवीर रिटर्न्स’ के सेट पर रहने और मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए उन्होंने अहमदाबाद से मुंबई के बीच काफी सफ़र तय किया है।
पापा को झूला झूलना है पसंद- देव जोशी
इस लॉकडाउन ने मुझे अपने डैड के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका दिया, क्योंकि उनकी फैक्ट्री भी बंद थी और वह घर पर हमारे साथ थे। इससे बाप-बेटे के रिश्ते को और बेहतर बनाने में मदद मिली। उन्होंने मेरे लिये जितना किया है उसकी तुलना तो मैं कभी नहीं कर सकता, लेकिन मेरा एक सपना है कि मैं उनके लिये गुजरात में एक सुंदर-सा घर खरीद कर दूं जिसमें गार्डन हो और झूले हों, क्योंकि मेरे डैड को झूला बहुत पसंद हैं।”
पापा ने हर कदम पर मेरा साथ दिया- युक्ति कपूर
मैडम सर की करिश्मा सिंह यानि युक्ति कपूर अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहती हैं, “शूटिंग रुकने की वजह से मुझे अपने होमटाऊन जयपुर जाने और अपने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिला। पिछले 4 सालों से मैं मुंबई में ही हूं और हमेशा से मैं चाहती थी कि अपने घर जा पाऊं और थोड़ा लंबे समय तक रुकूं। एक महीने या फिर उससे ज्यादा और अपने डैड के साथ वक्त बिता पाऊं। इसलिए इस दौरान हम खूब खेले, एक-दूसरे से ढेर सारी बातें कीं, खूब सारे जोक्स सुनाए और एक साथ खूब ठहाके लगाए। बचपन से ही मैंने उनके साथ बिताये हर पल को काफी संजोकर रखा है। हर कदम पर उन्होंने मेरा साथ दिया।”
पहले मैं जल्दी उठती थी अब पापा मुझे बाय कहने के लिए जल्दी उठते हैं- अक्षिता मुद्गल
अक्षिता मुद्गल यानि ‘भाखरवाड़ी’ की गायत्री इस फादर्स डे के मौके पर अपने पापा के बारे में बताती हैं, “भाखरवड़ी’ की मेरी शूटिंग आमतौर पर सुबह बहुत जल्दी शुरू हो जाया करती थी और मैं रात काफी देर से घर आती थी लेकिन मेरे डैड हमेशा ही मेरे घर लौटने का इंतजार करते रहते थे और मुझसे पूछते रहते थे। हमारी काफी दिलचस्प बातचीत होती है चाहे एंटरटेनमेन्ट इंडस्ट्री के बारे में हो, या फिर मेरे शो ‘भाखरवड़ी’ के बारे में। मुझे आज भी याद है जब मैं छोटी थी, मैं पापा को काम पर जाने से पहले सिर्फ ‘बाय’ कहने के लिए सुबह जल्दी उठ जाया करती थी और शाम को उनके घर लौटने का इंतजार करती थी। यह परंपरा आज भी जारी है, बस पाला बदल गया है, अब मेरे पापा सुबह शूटिंग पर जाने से पहले मुझे ‘बाय’ कहने के लिए जल्दी उठते हैं।”