Home National पीएम मोदी ने दी सांसदों को 76 आधुनिक फ्लैट्स की सौगात, निर्माण...

पीएम मोदी ने दी सांसदों को 76 आधुनिक फ्लैट्स की सौगात, निर्माण में खास टैक्नोलॉजी की गई है यूज

467
0

द एंगल।

नई दिल्ली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज सांसदों के लिए बहुमंजिला फ्लैट्स (multi-storeyed flats) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। ये फ्लैट्स नई दिल्ली में डॉ. बीडी मार्ग (Dr B D Marg) पर बनाए गए हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर जनप्रतिनिधियों को नए आवास के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, ‘कई इमारतों का निर्माण इस सरकार के दौरान शुरू हुआ और तय समय से पहले समाप्त भी हुआ। अटल जी के समय जिस अंबेडकर नेशनल मेमोरियल की चर्चा शुरू हुई थी, उसका निर्माण इसी सरकार में हुआ। हमारी सरकार में बरसों से अटकी योजनाएं पूरी हुई हैं।’

Modi बोले- सांसदों के होटलों में रहने से पड़ता था अतिरिक्त वित्तीय भार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इन फ्लैट्स में हर वो सुविधा दी गई है, जो सांसदों को काम करने में सहायक होगी। दिल्ली में सांसदों के लिए भवनों के लिए दिक्कत काफी वक्त से रही है, सांसदों को होटल में रहना होता है जिसके कारण आर्थिक बोझ आता था। पीएम ने कहा कि दशकों से चली आ रही समस्याओं को टालने से नहीं, उन्हें पूरा करने से ही खत्म होंगी।

कोविड-19 के बावजूद सरकार को फ्लैट्स निर्माण में हुई 14 फीसदी बचत

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक डॉ. बीडी मार्ग पर गंगा यमुना सरस्वती के नाम से तीन टावर बनाए गए हैं, जिनमें कुल 76 फ्लैट हैं। इन फ्लैट्स के निर्माण के लिए 80 साल से अधिक पुराने 8 बंगलों का पुनर्विकास (redeveloped) किया गया है। इसकी लागत 213 करोड़ रुपए है। खास बात ये रही कि कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद 14 फीसदी की बचत के साथ इन फ्लैटों का निर्माण निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया गया। सांसदों के ये फ्लैट 4 BHK हैं। फ्लैट में सांसदों के लिए अलग से उनका एक ऑफिस भी बनाया गया है। फ्लैट में दो बालकनी, चार वॉशरूम, मॉड्यूलर किचन और एक अलग से पूजा घर बनाया गया है। इसके अलावा दो स्टाफ के लिए अलग से स्टाफ क्वार्टर भी बनाए गए हैं।

फ्लैट्स में पर्यावरण संरक्षण के के लिए किए गए हैं तमाम बंदोबस्त

इस प्रोजेक्ट में पर्यावरण संरक्षण से संबंधित तमाम नए तकनीकी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें फ्लाई ऐश (पॉवर प्लांट की राख) और कंस्ट्रंक्शन साइट में डिमोलेशन से प्राप्त कचरे से बनाई गई ईंटें, एनर्जी एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए होने वाले थर्मल इंसुलेंशन से संबंधित डबल ग्लेज्ड विंडो, बिजली की खपत कम करने के लिए LED लाइट फिटिंग्स, लाइट कंट्रोल के लिए एक्यूपेंसी आधारित सेंसर, कम बिजली से चलने वाले VRV सिस्टम आधारित एयर कंडीशनर, पानी की बचत करने वाली कम बहाव वाली टोटियां, वर्षा जल संचयन और छत पर सोलर प्लांट जैसे उपकरण लगाए गए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here