The Angle
बेंगलूरु।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक निवेशकों से देश के तेल, गैस खोज और हाइड्रोजन जैसी नई ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने के लिए आगे आने को कहा है। पीएम मोदी ने ये आह्वान कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में भारत ऊर्जा सप्ताह-2023 के उद्घाटन के दौरान किया। उन्होंने कहा कि भारत में ऊर्जा की मांग में भारी वृद्धि की संभावना है। इसके अलावा एक स्थिर और निर्णायक नेतृत्व की वजह से भी निवेशकों को देश के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने भारत को आज दुनिया में ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए सबसे उपयुक्त स्थान बताया।
पीएम मोदी बोले- देश में ब्रॉडबैंड यूजर्स की संख्या 9 साल पहले की तुलना में 13 गुना बढ़ी
उन्होंने कहा कि कोविड वैश्विक संकट के बावजूद भारत अपनी आंतरिक जुझारू क्षमता की वजह से 2022 में दुनिया में सबसे आकर्षक स्थल रहा है। इसके पीछे स्थिर और निर्णायक सरकार, सतत सुधार और जमीनी स्तर पर सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण जैसे कई कारक हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 6 लाख किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाया गया है। देश में ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं की संख्या आज से 9 साल पहले की तुलना में 13 गुना हो चुकी है।
राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन से जुटाया जा सकेगा 8 लाख करोड़ रुपए का निवेश- पीएम
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश का गैस पाइपलाइन का नेटवर्क अगले 4-5 साल में मौजूदा 22 हजार किलोमीटर नेटवर्क से बढ़कर 35 हजार किलोमीटर हो जाएगा। वहीं भारत पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य की तरफ भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हाल में पेश राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन से 8 लाख करोड़ रुपए का निवेश जुटाया जा सकेगा। इसी तरह 2023-24 के बजट में 10 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत व्यय का प्रावधान किया गया है। इससे हरित ऊर्जा, सौर बिजली और सड़क क्षेत्रों को प्रोत्साहन मिलेगा। मोदी ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा हरित ऊर्जा को प्रोत्साहन देने और 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को हासिल करने के लिए उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया।