The Angle
जयपुर/अजमेर।
आपने बहादुरी के किस्से तो बहुत सुने होंगे और इसके लिए कई लोगों को बड़े-बड़े सम्मान हासिल करते हुए भी जरूर देखा होगा। इन लोगों का सम्मान इसलिए किया जाता है ताकि न सिर्फ ऐसे बहादुर लोगों का हौसला बढ़ाया जा सके, बल्कि अन्य लोगों को भी इन लोगों से बहादुर बनने और अपने कर्त्तव्यों के प्रति जिम्मेदार बनने के लिए प्रेरित किया जा सके।
अजमेर में हाड़ी रानी बटालियन के दो पुलिस कार्मिकों को किया गया सम्मानित
ऐसा ही एक मामला ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर से भी सामने आया है। यहां हाड़ी रानी बटालियन के दो पुलिस कर्मियों को उनकी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभाने के लिए बाकायदा नकद राशि से सम्मानित किया गया है। इन दिनों अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 809वां उर्स मनाया जा रहा है। हर बार की तरह इस बार भी इन दिनों जहां काफी बड़ी संख्या में आम लोग ख्वाजा के दर पर अपनी और वतन की खुशहाली की दुआ मांगने आते हैं। इसके अलावा इन दिनों कई वीवीआईपी की तरफ से भी चादर चढ़ाने का सिलसिला बना हुआ है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को यहां व्यवस्था बनाए रखनी होती है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं की रक्षा करने का किया काम
इसी के तहत यहां पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस कर्मियों की तैनाती की हुई थी। इसी दौरान 4 फरवरी 2021 को अचनाक एक सुअर भीड़ से निकलकर अपने खाने की तलाश में दरगाह में घुसने की कोशिश करने लगा। इसपर वहां तैनात हाड़ी रानी बटालियन के दो कार्मिकों हैड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार और महिला कांस्टेबल नरेश ने उसे दरगाह में जाने से रोका। इस तरह इन कार्मिकों ने न सिर्फ अपने कर्त्तव्य का पालन किया, बल्कि आपसी सौहार्द्र बनाए रख्ने के लिए मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं की रक्षा करने का भी काम किया। जानकारी के मुताबिक इस्लाम में सुअर को हराम माना जाता है और अगर मुस्लिम धर्म का कोई अनुयायी सुअर के संपर्क में आ जाए या किसी मुस्लिम धार्मिक स्थल पर सुअर चला जाए, तो इसे ठीक नहीं माना जाता है।
आमजन को कर्त्तव्य पालन की मिलेगी प्रेरणा
दोनों पुलिस कार्मिकों की इसी भावना और अपने कर्त्तव्य को पूरी निष्ठा से निभाने के लिए पुलिस विभाग की ओर से इन्हें बाकायदा नकद राशि देकर सम्मानित किया गया है। हैड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार को पुरस्कार स्वरूप 101 रुपए और महिला कांस्टेबल नरेश को 51 रुपए और दोनों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे सभी लोगों को अपने कर्त्तव्यों को निष्ठापूर्वक निभाने की प्रेरणा मिलेगी।