The Angle
जयपुर।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने 2 दिवसीय राजस्थान दौरे पर सेना के विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं। यहां स्टेट हैंगर पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, वहीं राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपति की अगवानी की। इस दौरान मुख्य सचिव ऊषा शर्मा सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे। वहीं इसके बाद राष्ट्रपति ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर नमन किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने राजभवन स्थित संविधान पार्क का लोकार्पण किया। साथ ही बीकानेर में प्रस्तावित 1 हजार मेगावाट की सौर परियोजना का भी वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने राजभवन में ही आदिवासी जनजातीय क्षेत्र से आए लोगों से भी संवाद किया।
गहलोत बोले- आप दूसरी महिला राष्ट्रपति, इससे पहले प्रतिभा पाटिल बनीं जो राजस्थान की राज्यपाल रहीं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आज हमारे बीच में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजभवन के प्रांगण में पधारी हैं, मैं सबसे पहले अपनी ओर से, आप सबकी ओर से और राजस्थान प्रदेशवासियों की ओर से उनका हार्दिक स्वागत करता हूं। आप भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं और संयोग से पहली राष्ट्रपति भी इसी राजभवन में राज्यपाल के रूप में काम कर रही थीं प्रतिभा जी, वो राष्ट्रपति बनी थीं। ये हमारा सौभाग्य है कि संविधान बनने के बाद में 73 साल के अरसे के अंदर जिस रूप में इस देश ने एक प्रधानमंत्री महिला दी और 2 राष्ट्रपति महिलाएं दीं और जिस रूप में मैं समझता हूं कि आपका व्यक्तित्व, आपका कृतित्व हमें सबको प्रेरणा देगा।
संविधान पार्क की संकल्पना के लिए सीएम गहलोत ने राज्यपाल का जताया आभार
वहीं राजभवन में संविधान पार्क की संकल्पना के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि ये हमारे माननीय राज्यपाल महोदय कलराज मिश्र की सोच थी। आप जानते हैं कि कलराज मिश्र जब कभी भी प्रोग्राम में जाते हैं तो संविधान की मूल भावनाओं का पठन करवाते हैं, एक नई शुरुआत उन्होंने देश में की है। वहीं संविधान पार्क के जरिए भारतीय संविधान की मूल भावना नई पीढ़ी तक भी पहुंचेगी।
राजस्थान राजभवन देश का संभवतः पहला जहां संविधान पार्क की स्थापना हुई- गहलोत
संविधान पार्क के लोकार्पण के मौके पर गहलोत ने कहा कि आज जो ये नया काम हुआ है, राजभवन मेरे ख्याल से पहला होगा देश के अंदर, जहां पर संविधान पार्क की स्थापना हुई है और यह भी बहुत बड़ी बात है कि ये आम जनता के लिए खुलेगा। आप सोच सकते हैं कि माननीय राज्यपाल महोदय की क्या भावना है। संविधान भी हमारा जो है, इस पर हम गर्व कर सकते हैं, इसी संविधान ने बनने के साथ-साथ में ही महिलाओं को भी मत का अधिकार दिया। ये बहुत गर्व करने वाली बात है कि कहां तो अमेरिका जैसे मुल्क में आज तक राष्ट्रपति वहां महिला नहीं बन पाई है और वहां पर महिलाओं को मत का अधिकार देने में उनको 131 साल लगे, इंग्लैंड को अधिकार देने में 100 वर्ष लगे, तो आप सोच सकते हो कि कितने भाग्यशाली हैं हमारे देशवासी।