The Angle
मुंबई।
घर खरीदारों और होम-ऑटो लोन लेने वालों के लिए राहत भरी खबर है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में मौद्रिक नीति समिति ने 1 साल में पहली बार रेपो रेट नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। बैठक के बाद गवर्नर दास ने बताया कि रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर बनाए रखा जाएगा। बता दें मई, 2022 से अब तक रेपो रेट में 6 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। इस दौरान कुल 2.50 फीसदी रेपो रेट बढ़ाया गया है।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष (2023-24) में भारत की विकास दर बढ़कर 6.5 फीसदी पहुंच जाएगी, जो पहले 6.4 फीसदी रहने का अनुमान था। बीते वित्त वर्ष यानी 2022-23 की आखिरी तिमाही में विकास दर 5.9 फीसदी पहुंच सकती है। पहले यह रेट 5.8 फीसदी रहने का अनुमान था। वहीं महंगाई दर भी चालू वित्त वर्ष में गिरकर 5.2 फीसदी पर आ सकती है। पहले इसके 5.3 फीसदी रहने का अनुमान था।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत बोले- रेपो रेट में बदलाव नहीं किया, लेकिन ये फैसला स्थाई नहीं
हालांकि इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये भी साफ किया कि इस बार प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन यह कदम स्थाई नहीं है। चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद दास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौद्रिक नीति समिति भविष्य में ब्याज दर के मोर्चे पर जरूरत के लिहाज से कदम उठाएगी।
आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव, 0.25 फीसदी तक बढ़ोतरी की थी उम्मीद
दास ने कहा कि यदि मुझे एक लाइन में आज की मौद्रिक समीक्षा के बारे में बोलना हो, तो मैं यही कहूंगा कि रेपो दर में बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन यह कदम स्थाई नहीं है। इससे पहले दिन में 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 6.50 प्रतिशत पर कायम रखने का फैसला किया। हालांकि केंद्रीय बैंक का यह फैसला विश्लेषकों के लिए हैरान करने वाला है। विश्लेषक मान रहे थे कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में बढ़ोतरी को रोकने से पहले रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की एक और वृद्धि करेगा।
आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान की मामूली बढ़ोतरी, अब 6.5 फीसदी की दर से ग्रोथ की उम्मीद
रिजर्व बैंक ने मई, 2022 से रेपो दर में ढाई प्रतिशत की वृद्धि की है। दास ने कहा कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में अब तक की गई वृद्धि के प्रभाव का आंकलन करना चाहेगा। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने कहा कि कच्चे तेल का औसत दाम 85 प्रति डॉलर पर रहने के अनुमान के आधार पर रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को मामूली बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। पहले यह अनुमान 90 डॉलर प्रति बैरल पर आधारित था।