जयपुर। राजस्थान विश्वद्यालय में जनसंचार केन्द्र को बंद करने की तैयारी का कई शिक्षकों, विशेषज्ञों ने विरोध जताया है। विशेषज्ञों का कहना है कि 30 साल पुराने सेंटर के छात्र आज देशभर में काम कर रहे हैं। नए प्रोस्पेक्टस में भी सिर्फ पुराने कोर्स का ही जिक्र है। एबीवीपी ने भी प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
कुलपति ने कहा कि इसमें पहले जो एक कोर्स चलता था उसे भी हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी में ही चलाने पर चर्चा करेंगे। क्योंकि यहां एक भी शिक्षक नही हैं। विभाग के मामले को प्रशासनिक निर्णय के बाद एकेडमिक काउंसिल में रिपोर्टिंग आइटम बनाकर रखा जाएगा। वहीं यूनिवर्सिटी से आए शिक्षकों के अलावा मूवेबल प्रोपर्टी, बाकी फंड भी वापस जाएगा।