दा एंगल।
नई दिल्ली
देश के नए मुख्य न्यायाधीश के नाम का फैसला हो गया है। देश के नए सीजेआई की जिम्मेदारी अब जस्टिस शरद अरविंद बोबडे के पास होगी। वे सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके नाम पर मुहर लगाई। सुप्रीम कोर्ट के नए सीजेआई जस्टिस रंजन गोगोई की जगह 18 नवंबर को लेंगे। उनका कार्यकाल 18 महीना होगा। देश के नए मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल भी बेहद चुनौतीपूर्ण रह सकता है।
उच्चतम न्यायालय के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश
देश के नए मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी संभालने वाले जस्टिस बोबडे मुख्य न्यायाधीश के बाद उच्चतम न्यायालय के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। वह मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।
परम्परागत रूप से हुआ चयन
बोबडे का चयन परम्परागत रूप से हुआ। दरअसल, परंपरा के अनुसार मौजूदा मुख्य न्यायाधीश पत्र लिखकर अपने बाद इस कार्यभार को संभालने वाले न्यायाधीश के नाम की सिफारिश करते हैं। जस्टिस गोगोई ने तीन अक्टूबर 2018 को भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी।
राम मंदिर पर आएगा फैसला
मौजूदा चीफ जस्टिस रंजन गोगई के कार्यकाल में संवेदनशील मुद्दे अयोध्या भूमि विवाद पर फैसला आ सकता है। चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यकाल में उच्चतम न्ययालय ने कई ऐतिहासिक मामलों की सुनवाई की है। जिसमें अयोध्या मामला, एनआरसी, जम्मू-कश्मीर पर याचिकाएं शामिल हैं। रंजन गोगई का कार्यकाल विवादों से परे रहा।
एक नजर में जाने जस्टिस एसए बोबडे को
-शरद अवरिंद बोबडे का जन्म 24 अप्रैल 1956 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ
– महाराष्ट्र बार काउंसिल 1978 में ज्वाइन किया
-बॉम्बे हाईकोर्ट नागपुर बेंच में लॉ की प्रैक्टिस
-साल 2000 में बॉम्बे हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज बने। उसके बाद उन्हें मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी दी गई
-मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी संभालने से पहले 2013 में जस्टिस बोबडे को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किया गया
– 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत होंगे