Home Politics नगर निगम हेरिटेज में पार्षदों का धरना या सियासत..क्यों उठे बगावत के...

नगर निगम हेरिटेज में पार्षदों का धरना या सियासत..क्यों उठे बगावत के सुर ?

282
0
नगर निगम हेरिटेज (फाइल)

नगर निगम में इन दिनों कुछ भी ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.वर्किंग कमेटी नहीं बनने से कभी कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षदों का धरना..तो कभी मेयर का चेहरा बदलने की पटकथा..इसी के चलते आज पार्टी के बोर्ड के खिलाफ ही कांग्रेसी पार्षद धरने पर बैठ गए.कुछ ऐसी ही तस्वीरें हेरिटेज के मुख्यालय में देखने को आजकल मिल रही है.शहर का विकास छोड पार्षद सियासत पर उतर आए है .और वार्डों में विकास कार्य नहीं होने से पार्षद धरने पर बैठ गए.खास बात यह है कि महापौर जिस सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र से आती है, उस क्षेत्र के ही सर्वाधिक पार्षदों ने इस धरने में हिस्सा लिया. चर्चा यह है कि विकास कार्य नहीं होने की बात तो बहाना है. असली कहानी को पर्दे के पीछे कुछ ओर ही है.

नगर निगम में ये धरना सियासत है या कुछ और !

ये हम इसलिए पूछ रहे है क्योंकि इस धरने को लेकर सिविल लाइन विधानसभा के विधायक-कैबीनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि यदि पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही तो निगम का घेराव करों..क्योंकि जनता ने उन्हें वोट दिया है .

.

पार्षदों की समस्या की सुनवाई नहीं हो रही

 पार्षदों का कहना है कि उनके वार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. वार्डों में अंधेरा छाया हुआ है. अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं. अस्थाई बीट्स मिल नहीं रही है. शहर में चरमराई सफाई व्यवस्था और सीवरेज जाम की समस्या से जनता त्रस्त है. नगर निगम हेरिटेज का बोर्ड बने हुए करीब सवा साल का समय हो चुका है और इस सवा साल के दरमियान केवल 1 बोर्ड की बैठक हुई है. इस बार भी बजट सीधा राज्य सरकार के पास भिजवा दिया गया है. बजट में क्या भेजा गया है इसको लेकर भी पार्षदों से कोई भी चर्चा नहीं की गई है

कौन लिख रहा है ये पटकथा

बहरहाल, दरअसल पहले मेयर को हटाने के लिए कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षदों को मोहरा बनाकर पटकथा लिखी गई, लेकिन ये पटकथा पर्दे के पीछे लिखने वाले कोई ओर ही थे. लेटरहैड पर मेयर को हटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. खूब सियासत हुई. पार्षदों ने मुखर होकर इतना तक कह दिया कि मेयर मुस्लिम चेहरा होना चाहिए, लेकिन मामला धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चला गया. अब फिर से जिन्न बोतल से बाहर आ गया है और अब इस जिन्न को बाहर लाने वाले सत्ताधारी पार्टी के पार्षद ही है. इनमें भी सबसे ज्यादा सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र के पार्षद, जहां से प्रताप सिंह खाचरियावास विधायक है और इसी विधानसभा क्षेत्र से नगर निगम हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर भी है. इसी विधानसभा क्षेत्र के सबसे ज्यादा पार्षदों ने आज धरने में पहुंचकर अपने ही पार्टी के बोर्ड के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here