द एंगल
नई दिल्ली।
लगभग दो महीनों से दिल्ली की सडकों पर बैठे किसानों की आज एक बार फिर केंद्र सरकार से वार्ता हुई और इस बार की वार्ता भी बेनतीजा ही रही। वहीं अब अगली वार्ता 19 जनवरी को होगी। आज भी किसान नेता इसी बात पर अडे रहे की सरकार तीनों कानूनों को वापस ले। आज की बैठक करीब साढे चार घंटे तक चली।
बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा की सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के सामने हम पक्ष रखेंगे। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा की सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही होंगे। टिकैत ने कहा की 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड होकर ही रहेगा।
बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों के आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करती है। सरकार कमेटी के सामने अपना पक्ष रखेगी. हम बातचीत से हल निकालना चाहते हैं।
किसान नेता राकेश टिकेत ने कहा कि बैठक में किसान संगठनों ने सरकर से कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी स्वीकार नहीं है। किसान संगठन और सरकार ने तय किया है कि बातचीत जारी रहेगी और बातचीत से ही हल निकालेंगे। किसान संगठनों का कहना है कि लंच के बाद एमएसपी और तीनी कृषि कानूनों पर चर्चा करेंगे।
किसानों के समर्थन में कांग्रेस का प्रदर्शन
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ कडाके की ठंड में भी किसान आंदोलन कर रहे है। केंद्र सरकार से किसानों की कई बार वार्ता हो चुकी है लेकिन हर बार की वार्ता बेनतीजा ही रही हैै। वहीं किसानों के समर्थन में आज कांग्रेस पार्टी देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है।
इंटरनेशनल माॅनिटरिंग फंड ने कृषि कानूनों को किसानों के हित में बताया और कहा की इन कानूनों के जरिए किसानों को बिचैलियों से राहत मिलेगी।